'जयपुर को मिनी पाकिस्तान नहीं बनने देंगे' वाले बयान के बाद बीजेपी MLA पर टूट पड़े पार्षद, धक्का-मुक्की और फिर हुई हाथपाई !
जयपुर (Jaipur) की शहरी सरकार हेरिटेज नगर निगम में तीन साल बाद 6 मार्च को साधारण सभा की बैठक बुलाई गई. एक लम्बे इंतजार के बाद बुलाई गई सभा का सदन जनता के मुद्दों से इतर अखाड़े में तब्दील हो गया. बैठक में बीजेपी विधायक गोपाल शर्मा ने ऐसा बयान दे दिया कि हंगामा हो गया.
ADVERTISEMENT
जयपुर (Jaipur) की शहरी सरकार हेरिटेज नगर निगम में तीन साल बाद 6 मार्च को साधारण सभा की बैठक बुलाई गई. एक लम्बे इंतजार के बाद बुलाई गई सभा का सदन जनता के मुद्दों से इतर अखाड़े में तब्दील हो गया. बैठक में बीजेपी (BJP) विधायक गोपाल शर्मा (gopal sharma) ने ऐसा बयान दे दिया कि हंगामा हो गया. बयान के बाद कांग्रेस और बीजेपी के पार्षद वेल में भिड़ गए. विवाद और भी बढ़ गया जब कांग्रेसी विधायक अमीन कागजी और विधायक रफीक खान ने राष्ट्रगान को बीच में ही बंद करने का आरोप लगा.
मामला इतना तूल पकड़ गया कि बीजेपी विधायक ने देशद्रोही गतिविधि बताते हुए विधायक रफीक खान की गिरफ्तारी की मांग कर दी. दरअसल सदन की कार्रवाई दोबारा शुरू होने के बाद सदन में बीजेपी विधायक बालमुकुंद आचार्य और विधायक गोपाल शर्मा पहुंचे. सदन में "जय श्री राम" के नारें लगने लगे. बीजेपी विधायक गोपाल शर्मा ने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि शहर मर रहा है, इस साधारण सभा में इस पर चिंतन होना चाहिए.
बालमुकुंद आचार्य ने नगर निगम को बताया नरक निगम
वहीं, बालमुकुंद आचार्य ने नगर निगम को नरक निगम की संज्ञा दे डाली. बालमुकुंद आचार्य के जाने के बाद सदन में कांग्रेस विधायक अमीन कागजी, रफीक खान और प्रशांत शर्मा पहुंचे. यहां पहले अमीन कागजी ने सदन में प्रस्ताव बहुमत से पास होने की नसीहत दी. वहीं, विधायक रफीक खान ने बिना चर्चा किए बजट सरकार को भेजने, बिना पार्षदों की राय लिए प्रस्ताव तैयार करने, हटवाड़े पर की गई कार्रवाई औऱ ई-रिक्शा संचालकों पर की जा रही कार्रवाई पर सवाल उठाए.
ADVERTISEMENT
यह भी पढ़ें...
गोपाल शर्मा के इस बयान पर बवाल!
जिस पर गोपाल शर्मा ने हाथों-हाथ पलट वार करते हुए ये कह दिया कि जयपुर को मिनी पाकिस्तान नहीं बनने दिया जाएगा. इस पर पहले तो कांग्रेसी और निर्दलीय पार्षद विधायक गोपाल शर्मा का विरोध करते हुए उन पर हाथ उठाने की कोशिश की और बाद में बीजेपी और कांग्रेस के पार्षद आमने-सामने हो गए. जिनके बीच में जमकर धक्का-मुक्की हुई और नौबत हाथापाई तक पहुंच गई. फिर क्या था पहले कांग्रेस-बीजेपी के पार्षद आमने सामने हुए और फिर विधायकों की बयान बाजी के चलते ऐसा हंगामा बरपा की सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करना पड़ा.
ADVERTISEMENT