राजस्थान के इस सांसद ने बता दिया कैसे अपने ही बनाए जाल में फंस गए राहुल गांधी! जानें पूरा मामला

मनोज तिवारी

ADVERTISEMENT

Rajasthantak
social share
google news

Rajasthan Politics: टोंक-सवाई माधोपुर से बीजेपी के सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया ने वायनाड सांसद राहुल गांधी की सदस्यता लोकसभा से समाप्त किये जाने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वे स्वयं अपने बुने जाल में फंस गये हैं. उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी ने पीएम मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के समय जिस अध्यादेश का विरोध जताते हुए उसकी कॉपी फाड़ दी थी वही आज उनके लिये गले की घंटी बन गया है.

सांसद ने चुटकी लेते हुए कहा कि राहुल गांधी एक लोकप्रिय नेता हैं. लिहाजा वे पुन: चुनाव लड़ लोकसभा की सदस्यता हासिल कर लेंगे. सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया ने कहा कि अब कांग्रेस इस मामले को लेकर भाजपा पर जिस तरह के आरोप लगा रही है वे पूरी तरह गलत हैं क्योंकि राहुल गांधी ने पीएम मोदी का नाम लेकर व मोदी सरनेम को लेकर जिस तरह के आरोप लगाये थे उस तरह के आरोप नहीं लगाये जाने चाहिये थे.

जौनापुरिया ने कहा कि यही कारण रहा कि भाजपा कोर्ट में गयी और राहुल गांधी को सजा मिली. कांग्रेस की ओर से इस मामले पर शुरू होने वाले राजनैतिक विरोध को लेकर उन्होंने कहा कि यह सब चलता रहता है लेकिन अभी तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बिना सोचे समझे बनाये गये एक साथ 19 जिलों के चलते कई जगह समस्या का सामना करना पड़ रहा है. सांसद जौनापुरिया ने कहा कि राहुल गांधी को बदजुबानी पर जिस तरह दो वर्ष की सजा सुनायी गयी है उससे अन्य नेताओं को सबक लेना चाहिये और अनर्गल बयान देने से बचना चाहिये.

ADVERTISEMENT

सतीश पूनिया को अध्यक्ष पद से हटाने पर ये बोले जौनापुरिया
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष पद से सतीश पूनिया की विदाई को लेकर जाट समाज में आक्रोश की खबरों को जौनापुरिया ने पूरी तरह निराधार बताया. उन्होंने कहा कि सीपी जोशी को नया प्रदेशाध्यक्ष बनाया जाना पार्टी की संगठनात्मक प्रक्रिया का हिस्सा है और इससे पार्टी में किसी भी तरह की गुटबाजी नहीं बढ़ने वाली है. वसुंधरा राजे को पार्टी का चेहरा बताते हुए उन्होंने कहा कि भले ही हम आगामी विधानसभा चुनाव पीएम मोदी के चेहरे पर लड़ने जा रहे हों लेकिन आज भी राजे के मुख्यमंत्री रहते किये गये कार्यों को ही हम गिनाते आ रहे हैं.

यह भी पढ़ें: राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द, सचिन पायलट ने लोकतंत्र के लिए इसे शर्मनाक दिन बताया

ADVERTISEMENT

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT