पायलट गुट के हेमाराम चौधरी को फिर मनाने में क्यों जुटी कांग्रेस? विधानसभा चुनाव लड़ने से कर दिया था मना
Hemaram Choudhary: राजनीति से रिटायरमेंट की घोषणा के बाद भी हेमाराम चौधरी को लोकसभा चुनाव लड़ाने के लिए कांग्रेस कोशिश कर रही है.

Congress Leader Hemaram Choudhary : राजस्थान में लोकसभा चुनाव (Loksabha Election 2024) को लेकर कांग्रेस पार्टी पिछले एक सप्ताह से प्रत्याशियों की स्क्रीनिंग में लगी हुई है. इस बीच बड़ी खबर सामने आई है कि बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट से इस बार कांग्रेस पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी को चुनाव लड़ा सकती है. यह बात इसलिए हैरान करने वाली है क्योंकि मारवाड़ इलाके के कद्दावर किसान नेता हेमाराम चौधरी राजनीति से रिटायरमेंट का ऐलान कर चुके हैं. इसके बावजूद कांग्रेस पार्टी उन्हें लोकसभा चुनाव में टिकट देना चाहती है. सचिन पायलट (sachin pilot) गुट के हेमाराम चौधरी अगर चुनाव लड़ने को राजी हो जाते हैं तो यह बात बीजेपी की भी टेंशन बढ़ा सकती है.
कुछ दिन पहले ही कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष ने हेमाराम चौधरी से मुलाकात की थी. उन्होंने बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट को लेकर भी लंबी चर्चा की. उसके बाद से ही लगातार इस तरह की खबरें आ रही हैं कि कांग्रेस हेमाराम चौधरी को लोकसभा चुनाव लड़ाने को लेकर मनाने में जुटी हुई है. हालांकि, हेमाराम चौधरी ने खुद अभी तक कोई ऐलान नहीं किया है.
मनाने के लिए रो पड़े थे समर्थक, फिर भी नहीं लड़े विधानसभा चुनाव
हेमाराम चौधरी (hemaram choudhary) ने विधानसभा चुनाव लड़ने से भी साफ इनकार कर दिया था. इसके बाद उनके हजारों समर्थकों ने एक मीटिंग बुलाकर हेमाराम को मनाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं माने. कई समर्थक तो मीटिंग में हेमाराम को मनाते-मनाते रो पड़े. एक समर्थक ने तो उनके पैरों में अपनी पगड़ी ही उतार कर रख दी थी. लेकिन इसके बावजूद हेमाराम नहीं माने और उन्होंने चुनाव लड़ने से साफ मना कर दिया. इसके बाद उनकी जगह पर पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी को चुनाव लड़ाया गया था.
वसुंधरा सरकार के वक्त रह चुके हैं नेता प्रतिपक्ष
हेमाराम चौधरी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और लगातार सुर्खियों में बने रहते हैं. वह 8 बार चुनाव लड़ चुके हैं और उनमें से केवल दो बार चुनाव हारे हैं. इसके अलावा वह जब भी चुनाव जीते बड़े अंतर से ही उन्होंने जीत हासिल की है. वह वसुंधरा सरकार के दौरान नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं. हेमाराम चौधरी वैसे सचिन पायलट गुट के माने जाते हैं. सचिन पायलट ने जब बगावत की थी तब हेमाराम चौधरी उनका समर्थन करते हुए अशोक गहलोत को खरी खोटी सुनाई थी.