आलाकमान का आदेश मानने से किया था इनकार, अब महेश जोशी का सियासी भविष्य दांव पर!
Mahesh joshi’s temple visit for congress ticket: राजस्थान चुनाव (rajathan election 2023) के लिए 151 कांग्रेस उम्मीदवारों की घोषणा हो चुकी है. पार्टी की चार लिस्ट जारी होने के बाद भी शांति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौड़ का नाम लिस्ट से गायब है. गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री महेश जोशी टिकट के इंतजार में […]

Mahesh joshi’s temple visit for congress ticket: राजस्थान चुनाव (rajathan election 2023) के लिए 151 कांग्रेस उम्मीदवारों की घोषणा हो चुकी है. पार्टी की चार लिस्ट जारी होने के बाद भी शांति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौड़ का नाम लिस्ट से गायब है. गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री महेश जोशी टिकट के इंतजार में मंदिरों में माथा टेक रहे हैं. दरअसल, पिछले साल सितंबर में कांग्रेस (congress) हाईकमान के खिलाफ बगावत में जोशी ने कहा था कि वो आलाकमान के आदेश नहीं मानेंगे. हालांकि पार्टी की अनुशासन समिति ने नोटिस भेजे थे और जवाब मांगा था.
जिसके चलते अब आलाकमान उन्हें लेकर तल्ख है. सीएम के खास नेता का नाम अब तक की चारों सूची में नहीं होने से परेशान हैं. जिसके चलते टिकटों की दौड़ दिल्ली में चल रही है और महेश जोशी देवी-देवताओं की शरण में घूम रहे हैं. जोशी 31 अक्टूबर को चूरू के सालासर दरबार में बालाजी के चरणों में पहुंचे और वहां पूजा पाठ कर बालाजी भगवान के दर्शन किए.
ऐसा पहली बार नहीं है जब वह भगवान की शरण में हैं. वह अभी तक काफी मंदिरों में मत्था टेक टिकट की दुआ मांग चुके हैं. इससे पहले भी जयपुर की हवामहल सीट से टिकट की आस में दंडवत प्रणाम करते हुए गोवर्धन गिरिराजजी की शरण में पहुंचे. यहां उन्होंने पैदल परिक्रमा भी की. टिकट कटने की चर्चाएं इसलिए जोर पकड़ रही हैं क्योंकि शांति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौड़ ने पार्टी आलाकमान को 25 सिंतबर 2022 को आंख दिखाई और कांग्रेस विधायकों की बगावत का नेतृत्व किया था. बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद इन तीनों नेताओं से पार्टी आलाकमान नाराज है.
बेटे पर आरोपो के चलते भी मुश्किल में
मंत्री महेश जोशी के बेटे रोहित जोशी पर भी कई गंभीर आरोप लग चुके हैं. 23 साल की पीड़िता ने आरोप लगाया था कि मंत्री के बेटे ने नशीला पदार्थ पिलाकर उसके साथ कई बार रेप किया था. इस मामले में राहित जोशी पर रेप समेत कई गंभीर धाराओं में दिल्ली में केस भी दर्ज हुआ था. यही नहीं, सुप्रीम कोर्ट भी नोटिस जारी कर रोहित जोशी से जवाब तलब कर चुका है. केस दर्ज कराए जाने के बाद पीड़िता ने यह भी कहा था कि उसके परिवार और उसकी जान को खतरा है.