पिछले चुनाव में गहलोत, वसुंधरा, पायलट का कितना था खर्च? महेश जोशी ने सबको छोड़ दिया था पीछे
Election expenses for candiates: विधानसभा चुनाव (rajasthan election 2023) में सभी 200 सीटों पर प्रत्याशियों ने दमखम लगा दिया है. चुनाव प्रचार में तेजी के साथ ही भारी-भरकम खर्च भी किया जा रहा है. अब इन प्रत्याशियों के लिए चुनाव आयोग ने राहत दी है. चुनाव आयोग (election commission) ने खर्च की सीमा बढ़ाकर 40 […]
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Election expenses for candiates: विधानसभा चुनाव (rajasthan election 2023) में सभी 200 सीटों पर प्रत्याशियों ने दमखम लगा दिया है. चुनाव प्रचार में तेजी के साथ ही भारी-भरकम खर्च भी किया जा रहा है. अब इन प्रत्याशियों के लिए चुनाव आयोग ने राहत दी है. चुनाव आयोग (election commission) ने खर्च की सीमा बढ़ाकर 40 लाख रुपए कर दी है. जो पिछले चुनाव में 2018 के दौरान 28 लाख रुपए थी. तथ्य यह भी है कि साल 2018 में निर्वाचित हुए 54 फीसदी विधायक इस 28 लाख सीमा का 50 फीसदी भी नहीं खर्च कर पाए थे. राजस्थान के विधायकों ने औसत 13 लाख रुपए खर्च किए, यह कुल खर्च का 48 फीसदी है.
इनमें कई विधायक ऐसे भी थे, जिन्होंने अपने चुनाव प्रचार में 10 से 20 फीसदी भी खर्च नहीं किया. भारतीय ट्राइबल पार्टी के विधायक रामप्रसाद ने तो तय सीमा का महज 8 फीसदी खर्च में ही चुनाव लड़ा. जबकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 15.29 लाख, वसुंधरा राजे ने 14.29 लाख और सचिन पायलट ने पिछले चुनाव में 14.81 लाख रुपए खर्च किए.
प्रत्याशियों को पार्टियों ने भी दिया फंड?
चुनाव आयोग को दी जानकारी में 108 विधायकों ने तय खर्च सीमा से 50 फीसदी से कम खर्च घोषित किया. कांग्रेस के 99 विधायकों का औसत खर्च 14.26 लाख और बीजेपी के 73 विधायकों का औसत खर्च 13.46 लाख रुपए तक रहा.
खास बात यह है कि इनमें 100 से ज्यादा विधायकों ने तो अपनी पार्टियों से फंड नहीं लिया. जबकि 97 विधायकों ने घोषणा की है कि उन्हें चुनाव लड़ने के लिए राजनीतिक दलों ने पैसा दिया हैं. इसके अलावा 133 विधायकों के चुनावी कैंपेन में कार्यकर्ताओं ने भी पैसे खर्च किए हैं.
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इन विधायकों ने 20 फीसदी से भी कम खर्च में लड़ा चुनाव
रामप्रसाद ने 8 फीसदीयानी 2.37 लाख, दीपेंद्र शेखावत ने 3.02 लाख (11%), इंदिरा देवी बावरी ने 3.41 लाख (12%), जौहरीलाल मीणा ने 3.72 लाख (13%) और संदीप यादव ने 4.86 लाख (17%) रुपए में चुनाव लड़ा. वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कैबिनेट की बात करें तो इसमें से कई ऐसे मंत्री भी हैं जिन्होंने 20 लाख रुपए तक खर्च किए. महेश जोशी ने 20.52 लाख रुपए, प्रताप सिंह खाचरियावास 19.60 लाख, परसादी लाल मीणा ने 14.68 लाख, टीकाराम जूली ने 6.68 लाख, रमेश चंद मीणा ने 6.85 लाख, प्रमोद जैन भाया ने 16.32 लाख, बीडी कल्ला ने 15.69 लाख, हेमाराम चौधरी ने 10.72, लालचंद कटारिया ने 13.81, रामलाल जाट ने 14.94 लाख और सालेह मोहम्मद ने 10.51 लाख रुपए खर्च किए.
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