Rajasthan: सीएम गहलोत मंहगाई राहत कैंप के जरिए प्रदेश के दौरे कर रहे हैं. रविवार को वह धौलपुर पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने सरकार गिराने-बचाने की बात का ज्रिक कर वसुंधरा राजे की तारीफ कर दी. सीएम ने शोभारानी कुशवाहा, वसुंधरा राजे और कैलाश मेघवाल का ज्रिक किया. सीएम ने भाषण में बताया कि कैलाश मेघवाल और वसुंधरा राजे ने कहा कि पैसे के बल पर सरकार को गिराने की हमारे यहां कभी परंपरा नहीं रही है. इन लोगों ने क्या गलत कहा और शोभारानी ने वसुंधरा राजे और कैलाश मेघवाल की बात सुनी. यह घटना मैं जिंदगी में कभी भूल नहीं सकता. वहीं इस बयान के बाद वसुंधरा राजे ने पलटवार किया है.
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 2023 में होने वाली हार से भयभीत होकर झूठ बोल रहे हैं. उन्होंने उन गृहमंत्री अमित शाह जी पर आरोप लगाया है, जिनकी ईमानदारी और सत्य निष्ठा सर्व विदित है. राजे ने कहा कि रिश्वत लेना और देना दोनों अपराध है, यदि उनके विधायकों ने पैसा लिया है तो एफआईआर दर्ज करवाएं.
खरीद फरोख्त के महारथी हैं अशोक गहलोत: वसुंधरा राजे
वसुंधरा ने कहा कि सच तो यह है कि अपनी ही पार्टी में हो रही बग़ावत और रसातल में जाते जनाधार के कारण बौखलाहट में उन्होंने ऐसे अमर्यादित और असत्य आरोप लगाए हैं. पूर्व सीएम ने कहा कि विधायकों की खरीद फरोख्त की जहां तक बात है, इसके महारथी तो स्वयं अशोक गहलोत हैं. जिन्होंने 2008 और 2018 में अल्पमत में होने के कारण ऐसा किया था. उस वक्त न भाजपा को बहुमत मिला था और न ही कांग्रेस को. उस समय चाहते तो हम भी सरकार बना सकते थे, पर यह भाजपा के सिद्धांतों के खिलाफ था. इसके विपरीत गहलोत ने अपने लेन देन के माध्यम से विधायकों की व्यवस्था कर दोनों समय सरकार बनाई थी.
गहलोत जितना अपमान किसी ने नहीं किया: वसुंधरा राजे
मुख्यमंत्री के द्वारा मेरी तारीफ करना मेरे खिलाफ उनका एक बड़ा षड्यंत्र है. मेरा जितना जीवन में अपमान गहलोत ने किया कोई कर ही नहीं सकता. वे 2023 के चुनाव में होने वाली ऐतिहासिक हार से बचने के लिए ऐसी मनगढ़ंत कहानियां गढ़ रहे हैं, जो दुर्भाग्य पूर्ण है पर उनकी ये चाल कामयाब होने वाली नहीं है.