Exclusive: राजस्थान को लेकर राष्ट्रीय नेतृत्व को करना है फैसला, चुनाव में बचा है कम समय- सचिन पायलट
Sachin Pilot Exclusive: कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने नागौर के परबतसर में सोमवार को किसान सम्मेलन को संबोधित करने के साथ ही चुनावी अभियान का भी आगाज कर दिया. इस दौरान उन्होंने पेपर लीक मामले में कहा कि छोटे-मोटे दलालों को पकड़ने की बजाय मामले के सरगना तक भी पहुंचना चाहिए. उन्हें बख्शा नहीं जाना […]
ADVERTISEMENT
Sachin Pilot Exclusive: कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने नागौर के परबतसर में सोमवार को किसान सम्मेलन को संबोधित करने के साथ ही चुनावी अभियान का भी आगाज कर दिया. इस दौरान उन्होंने पेपर लीक मामले में कहा कि छोटे-मोटे दलालों को पकड़ने की बजाय मामले के सरगना तक भी पहुंचना चाहिए. उन्हें बख्शा नहीं जाना चाहिए. राजस्थान तक से खास बातचीत में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने राजस्थान में नेतृत्व के सवाल पर कहा कि चुनाव में समय कम बचा है. लेकिन इस मामले में अब जो भी फैसला लेना है नेतृत्व को लेना है. पढ़िए इस इंटरव्यू के संपादित अंश…
सवालः पेपर लीक के मामले में जो आपने कहा वह राजस्थान सरकार को कटघरे में खड़ा करता है?
जवाबः आप जानते है कि देश के साथ-साथ प्रदेश में भी अधिकांश मतदाता नौजवान है. जिसकी फिक्र सरकार और संगठन को भी है. नागौर में हमने किसान सम्मेलन को संबोधित किया था. किसान इस प्रदेश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी है. जब राजस्थान में 18 दिन तक राहुल गांधी ने 350 किमी पैदल चलकर उन्होंने एक जज्बात पैदा किया. सब साथ मिलकर चले, नौजवान का भविष्य बेहतर हो. हम सभी पर यह जिम्मेदारी है कि इस संदेश को जन-जन तक पहुंचाएं. 26 तारीख से हमनें हाथ से हाथ जोड़ो अभियान शुरू किया.
सवालः पिछले ढाई साल से पेपर लीक का मामला सामने आया?
जवाबः नौजवान मेहनत करते हैं. सरकार को भी चिंता है, तभी तो सरकार ने उन्हें पकड़ा है. जो भी इसके पीछे चाहे कोई भी हो उन तक भी पहुंचना चाहिए. इन छोटे-मोटे दलाल के ऊपर भी कुछ लोग होंगे. मैंने सिर्फ इसलिए कहा कि जो भी इनके पीछे है तो उन्हें बख्शा नहीं जाना चाहिए. मुझे लगता है कि इसमें सबकी सहमति है.
ADVERTISEMENT
यह भी पढ़ें...
सवालः हेमाराम चौधरी ने कहा कि किसानों तक बिजली पहुंच नहीं रही, हम सत्ता में इसलिए यह बात बोल नहीं सकते?
जवाबः ऐसा नहीं है हेमारामजी वरिष्ठ नेता हैं. वह सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं. किसान परिवार से आते हैं. वह जानते है कि किसान को कट-कट कर बिजली होती है तो कितनी परेशानी होती है. हर बार 5 साल में सरकार चली जाती है उस पर चिंतन करना चाहिए. मुझे पूरा विश्वास है कि प्रियंकाजी ने मेहनत करके हिमाचल प्रदेश में सरकार बनाई है. राहुल गांधी ने पूरे देश को पैदल चलकर संदेश दिया है. वहीं, हम सब मिलकर काम करेंगे तो सरकार रिपीट होगी.
सवालः लेकिन सीएलपी की बैठक जो 25 सितंबर को बैठक होनी थी वह नहीं हुई. आप जो चाहते थे वह कार्रवाई नहीं हुई?
जवाबः इसमें जो भी कुछ करना है नेतृत्व को करना है. ये मामला उनके संज्ञान में है. हमारा काम है कि हम नौजवान के बीच जाए और दोबारा 2023 में सरकार आए. ऐसा नहीं है कि कांग्रेस की सरकार रिपीट नहीं होती. असम, दिल्ली और हरियाणा में कांग्रेस ने सरकार रिपीट की है.
ADVERTISEMENT
सवालः पार्टी नेतृत्व परिवर्तन को लेकर मंथन कर रही है. आपको लगता है कि फैसला जल्द लेना चाहिए?
जवाबः मैंने कहा कि समय कम बचा है. राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में चुनाव है. भाजपा की तैयारियां चल रही हैं. हम सभी कांग्रेसी चाहते हैं कि सरकार रिपीट हो. जो भी बात करनी हैं और क्या जिम्मेदारी देनी है, यह फैसला कांग्रेस नेतृत्व को करना है.
ADVERTISEMENT
सवालः आप बार-बार कहते हैं कि राजस्थान में चीजें बदलनी चाहिए, लेकिन राज्य में नेतृत्व को अनिर्णय की स्थिति है?
जवाबः जो भी करना है पार्टी लीडरशिप को करना है. हम तो जनता के बीच जा रहे हैं.
सवालः यह कहा गया कि आप कभी सीएम नहीं बन पाएंगे?
जवाबः भविष्य में क्या होगा यह मुझे नहीं पता. हमारी पूंजी वो जनता का प्रेम और प्यार है.
ADVERTISEMENT