जोधपुर में दिल दहला देने वाली वारदात: युवक ने माता-पिता की हत्या कर अपने दो बेटों की भी ले ली जान, फिर कर लिया सुसाइड

बृजेश उपाध्याय

ADVERTISEMENT

Rajasthantak
social share
google news

Jodhpur News: राजस्थान के जोधपुर जिले में एक दिल दहला देने वाली वारात ने झकझोर कर रख दिया है. एक नशेड़ी बेटे ने अपने माता-पिता की हत्या के बाद दो बच्चों की जान ले ली. फिर खुद आत्महत्या कर ली. घर के दरवाजे पर 5 शवों को देख पूरा गांव हिल गया.

लोहावट थाना के पीलवा गांव ये डरावना दृश्य देखा गया. पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अनिल कयाल ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि शुक्रवार सुबह लोहावट थाना पुलिस को घटना की जानकारी मिली थी, जिसके बाद जोधपुर से एफएसएल की टीम को रवाना किया गया है.

लोहावट थाना अधिकारी बद्री प्रसाद मीणा ने बताया कि उन्हें सुबह करीब 8 बजे सूचना मिली थी कि पीलवा गांव के पास शंकर बिश्नोई के खेत में यह घटना हुई है. जिसके बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची. 38 वर्षीय शंकर विश्नोई अपने भाई माता-पिता के साथ खेत पर ही रहता था. वह नशे का आदि था. इसको लेकर घर वाले भी परेशान से. उसने गुरुवार रात को परिवार के सभी सदस्यों को नींबू की शिंकजी में नींद की गोलियां मिलाकर पिलाई थी.

ADVERTISEMENT

यह भी पढ़ें...

मां-पिता और बड़े बेटे को कुल्हाड़ी से काट दिया
सुबह जल्दी उसने सबसे पहले घर से करीब 100 मीटर दूर खेत में ही सो रहे अपने पिता 55 वर्षीय सोनाराम विश्नोई की कुल्हाड़ी से मारकर हत्या की. उसके बाद वह वापस घर आया और उसने अपनी मां 55 वर्षीय चंपा देवी पर कुल्हाड़ी से वार किया. उसके बाद अपने बड़े बेटे 12 साल के लक्ष्मण पर वार किया जो दादी के पास सो रहा था. दोनों को उसने उठाकर घर के पानी के टांके में डाल दिया.

हत्या के बाद शवों को पानी के टांके में डाल दिया
माता-पिता और बड़े बेटे की हत्या कर टांके में डालने के बाद वह सुबह पांच बजे अपनी पत्नी के पास गया जहां उसका छोटा बेटा 8 साल का दिनेश सो रहा था. उसे उठाया तो पत्नी की आंख खुली. उसे कहा कि इससे पेशाब करा कर वापस ला रहा हूं. नींद की गोलियां लेने से पत्नी उठ नहीं पाई. आरोपी ने अपने छोटे बेटे को उठाया और सीधे पानी के टांके में डाल दिया और उसके बाद पड़ोस के खेत में अपने मामा के घर में बने पानी के टांके में जाकर खुद कूद गया.

ADVERTISEMENT

बच गई पत्नी ने बताया उस रात क्या हुआ?
थानाधिकारी ने बताया कि वह जब मौके पर पहुंचे तो आरोपी के पिता की सांस चल रही थी. सोनाराम को अस्पताल ले जाया गया जहां ईलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. शंकर का शव भी ग्रामीणों ने टांके से बाहर निकाला. फिलहाल घटना का कोई बड़ा कारण सामने नहीं आया है. पूरी खेतीबाड़ी का हिसाब किताब उसके पास ही था. लोगों ने बताया कि शंकर के डोडा पोस्त का नशा करता था. शंकर की पत्नी और उसके भाई की पत्नी ने पुलिस को बताया कि बुधवार रात को भी उसने सबको 22 गोलियां यह कह कर दी थी कि दिनभर खेत में मूंगफली तोड़ते हो थक जाते हो. यह गोलियां लो इससे आराम मिलेगा, लेकिन बुधवार देर रात सब परिवार जग रहा था. इसके बाद उसने गुरुवार रात को शिकंजी में मिलाकर सबको तीन-तीन गोलियां दी.

ADVERTISEMENT

कंटेंट: अशोक शर्मा

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT