Rajasthan: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सुरक्षा में हुई बड़ी चूक मामले में दोषी पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है. राजस्थान यूनिवर्सिटी के मुख्य गेट पर सुरक्षा चक्र तोड़कर सीएम के काफिले में घुसकर युवकों द्वारा काले झंडे दिखाने के मामले में ड्यूटी पर लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया हैं. पूरे प्रकरण में 1 एसआई, 1 एएसआई और 4 कांस्टेबल को निलंबित किया गया है. वहीं पूरे मामले की जांच एडिशनल डीसीपी आदर्श चौधरी करेंगे.
जयपुर पुलिस कमिश्नरेट ने एसआई राकेश मीणा, एएसआई धर्मेंद्र कुमार, कांस्टेबल राजेश कुमार, गजेंद्र, सुरेन्द्र कुमार और राधेश्याम को निलंबित किया हैं. वहीं सीएम का विरोध करने वाले एबीवीपी के छात्र नेता मनु दाधीच, भरत भूषण यादव, देव पलसानिया, मुकेश पूनिया समेत अन्य पुलिस कस्टडी में है. जिनके खिलाफ संगीन धाराओं में मामला दर्ज हुआ है. इधर AVBP राजस्थान की और से पिछले 2 दिनों से गांधीनगर पुलिस थाने के बाहर प्रदर्शन किया जा रहा है और छात्रों को रिहा करने की मांग हो रही है.
गौरतलब है कि बीते 14 मार्च को जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजस्थान यूनिवर्सिटी के लॉ कॉलेज के छात्र संघ कार्यालय के उद्घाटन समारोह से लौट रहे थे, तभी मुख्य गेट पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र नेताओं ने वीरांगनाओं के सम्मान के मामले में सीएम के काफिले में घुसकर उन्हें काले झंडे दिखाए. जिसके बाद पुलिस के हाथ पांव फुल गए और 6 ABVP छात्र नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. लेकिन 500 से ज्यादा पुलिस के जवान चप्पे -चप्पे पर तैनात होने के बावजूद इंटेलिजेंट का फैल साबित होना बहुत बड़ी चूक थी. जिसके बाद इन सभी पुलिसकर्मियों पर गाज गिरना तय था. अब जब मुख्यमंत्री की सुरक्षा में चूक पर अधिकारियों पर कार्रवाई हो गई तो लोग विरांगनाओं के साथ जिन पुलिसकर्मी ने मार पीट की उन कार्रवाई करने की भी मांग करने लगे हैं.
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