Rajasthan News: पेपर लीक, पेपल लीक, पेपर लीक. ये शब्द सुनकर अब राजस्थान के युवाओं के कान पक चुके हैं. जब-जब पेपर लीक होता है, उनके सपने टूट जाते हैं. गहलोत सरकार कहती है कि हमने कार्रवाई की, बुल्डोजर चलाए, लेकिन सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद एक फिर से प्रदेश में पेपर लीक होने का दावा किया जा रहा है. रविवार को राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से आयोजित कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने का मामला सामने आया है. परीक्षा शांति पूर्ण तरीके से सम्पन्न हुई लेकिन उसके बाद कुछ अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि उनके पास सुबह करीब 8 बजे प्रिंट की हुई सवालों की लिस्ट आ गई थी जिसमें करीब 78 सवाल वही थे जो परीक्षा में आए थे.
आपको बता दें कि पेपर खत्म होने के बाद जब झुंझुनू की सुनीता ने अपना फोन देखा तो उनके वॉट्सऐप पर एक नंबर से पेपर आया हुआ था. सवालों के नंबर नहीं थे लेकिन जब पेपर के सवाल मिलाए गए तो करीब 78 सवाल दोनों में समान थे. इससे लगता है कि सीएचओ भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ है. सुनीता के दिए नंबर पर जब राजस्थान तक ने फोन किया तो वो स्वीच ऑफ आया और TRUE CALLER पर देखने पर विनोद मीणा लिखा हुआ दिखाई दिया.
वहीं बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव ने सोमवार को सीएचओ भर्ती परीक्षा के पेपर लीक को लेकर कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष से मुलाकात की. उपेन यादव ने परीक्षा से पहले पेपर लीक के सबूत बोर्ड अध्यक्ष को सौंपे. इसके बाद बोर्ड अध्यक्ष ने उपेन यादव के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल को केस दर्ज करवाने के लिए एसओजी के पास भेज दिया जिसके बाद मामले को लेकर केस दर्ज कर लिया गया है.
इस मामले में बोर्ड का कहना है कि पेपर लीक के आरोप पेपर खत्म होने के 2 घंटे बाद लगाए गए हैं और बोर्ड के पास पेपर लीक से जुड़ा कोई तथ्य सामने नहीं आया है. लेकिन वॉट्सऐप पर जो पेपर आया है उसमें से करीब 78 सवाल हूबहू हैं. अब इस मामले में बोर्ड क्या कार्रवाई करता है ये देखने वाली बात होगी.
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