चुनावी साल में होगा बड़ा बदलाव! पायलट गुट ने खोला मोर्चा तो जयपुर पहुंचे प्रदेश प्रभारी रंधावा
Rajasthan Assembly Election 2023: सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच फेस वॉर तेज हो गया है. कांग्रेस प्रभारी सुखविंदर रंधावा राजस्थान के दौरे पर जयपुर पहुंचे हैं. अब फिर से रायशुमारी होने की बात कही जा रही है. जानकारी के मुताबिक कि गहलोत-पायलट को साथ बैठाने के लिए रंधावा भी तैयारी कर रहे […]

Rajasthan Assembly Election 2023: सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच फेस वॉर तेज हो गया है. कांग्रेस प्रभारी सुखविंदर रंधावा राजस्थान के दौरे पर जयपुर पहुंचे हैं. अब फिर से रायशुमारी होने की बात कही जा रही है. जानकारी के मुताबिक कि गहलोत-पायलट को साथ बैठाने के लिए रंधावा भी तैयारी कर रहे हैं. इस बीच सचिन पायलट के समर्थक मुख्यमंत्री पद के लिए अड़े हुए हैं.
जोधपुर से सीधे विधानसभा पहुंचे गहलोत के साथ भी रंधावा ने रायशुमारी की. करीब 30 विधायकों ने पायलट और इतने ही विधायकों ने गहलोत के समर्थन में अपनी बात रखी हैं. बाकि करीब 40 से ज्यादा विधायकों ने दोनों नेताओं के साथ रहने की बात कही हैं. ताकि अगला चुनाव जीता सके.
कांग्रेस प्रभारी ने पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के साथ संगठन के मुद्दों पर चर्चा की. जिसके बाद अब प्रदेश प्रभारी पूरी चर्चा करके रिपोर्ट आलाकमान को सौंपेंगे. महेश जोशी ने कहा कि ऊपर से गाइडलाइन है कि बयानबाजी से बचा जाए. ऐसा इसलिए भी क्योंकि दिनभर के दौरान विधायक मुकेश भाकर और कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने पायलट की तरफ से मोर्चा खोल दिया है.
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गहलोत के करीबी ने खोला पायलट के समर्थन में मोर्चा
गौरतलब हैं कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी माने जाने वाले कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खचारियावास का बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि पायलट की विधायक दल की बैठक बुलाने की मांग गलत नहीं है. कांग्रेस में एक गुट हावी है जो गलत है. पायलट गलत नहीं, वह वक्त अलग था जब साथ कोई नहीं था. खाचरियावास ने कहा कि सचिन पायलट लीडर हैं, राहुल खुद उन्हें पार्टी के लिए एसेट बता चुके हैं. पायलट के खिलाफ ठेका लेने का काम नहीं है और किसी में दम है तो पायलट के खिलाफ बोल कर दिखाए.