Rajasthan News: राजसमंद जिले के भीम थाना क्षेत्र में घर में खेल रही 5 साल की मासूम बच्ची के अपहरण मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. दरअसल, अपनी महिला मित्र को सबक सिखाने के लिए आरोपी हिम्मत सिंह ने बच्ची का अपहरण किया था. शराब के नशे में रविवार रात वह बच्ची को लेकर हाईवे नंबर आठ पर स्थित पुलिया के नीचे सो गया था और उसका मोबाइल बंद हो गया. सवा सौ से ज्यादा पुलिस अफसर और जवानों की फौज के साथ ग्रामीण रातभर बच्ची को तलाशते रहे. सुबह पुलिस ने बदमाश युवक को गिरफ्तार करते हुए मासूम बच्ची को अपहरण से मुक्त करवा लिया.
बरतू से 5 साल की बेटी के अपहरण को लेकर महिला ने उसके पूर्व पति प्रतापसिंह के बेटे कुशालसिंह और रविंद्रसिंह पर शक जताया. इस पर पुलिस उन लोगों तक पहुंची, मगर बच्ची के बारे में पता नहीं चला. बाद में पुलिस ने महिला के घर जो भी लोग आए थे, उन्हें सूचीबद्ध करते हुए हर एक व्यक्ति की तलाश शुरू की, जिसमें हिम्मत सिंह रावत का नाम भी आया. पुलिस उसे रातभर तलाशती रही, मगर आरोपी का मोबाइल रात बारह बजे बंद हो गया और वह शराब के नशे में चूर होकर हाईवे आठ के पुलिया के नीचे बच्ची को लेकर सो गया. सुबह पुलिस ने बच्ची को दस्तयाब कर परिजनों को सौंप दिया.
ये है बच्ची के अपहरण के पीछे की कहानी
मासूम बालिका को दस्तयाब करने के बाद गिरफ्तार आरोपी हिम्मत सिंह रावत से पुलिस द्वारा गहन पूछताछ की गई जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे भी हुए. पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने बताया कि बच्ची के नजदीकी रिश्तेदार महिला से उसके अवैध संबंध थे. इसीलिए वह उस महिला को भगा ले जाने की फिराक में था और इसीलिए उसने बच्ची का अपहरण कर उस महिला पर दबाव बनाने का प्रयास किया, लेकिन मामला पूरा उलटा हो गया.
जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि 19 फरवरी शाम करीब 4 बजे पांच साल की मासूम बच्ची भीम के बरतू से अचानक घर के बाहर खेलते हुए लापता हो गई. इस पर बच्ची की मां ने भीम थाने में पहुंचकर मासूम बच्ची के अपहरण होने की रिपोर्ट दे दी. तलाशी के दौरान आज सुबह हाइवे 8 के पुलिया नीचे से एक संदिग्ध युवक बाहर निकला, जिसे लोगों ने घेर लिया. तभी पुलिस की टीम पहुंच गई और अजमेर जिले के खोडमाल, टॉडगढ़ निवासी हिम्मत सिंह रावत को गिरफ्तार कर उसके चंगुल से मासूम बालिका को मुक्त करवा लिया.
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