टोंक: युवक की मौत को परिजन मान रहे थे हत्या, पुलिस की जांच में निकला एक्सीडेंट, जानें पूरा मामला
Tonk News: टोंक के जिस युवक की मौत मामले में परिजन हत्या की आशंका जता रहे थे, उसकी पुलिस जांच में दुर्घटना से मौत का दावा किया गया है. पुलिस का कहना है कि वो कार ड्राइवर गिरफ्तार कर लिया गया है जिसकी कार की टक्कर से युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था. […]
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Tonk News: टोंक के जिस युवक की मौत मामले में परिजन हत्या की आशंका जता रहे थे, उसकी पुलिस जांच में दुर्घटना से मौत का दावा किया गया है. पुलिस का कहना है कि वो कार ड्राइवर गिरफ्तार कर लिया गया है जिसकी कार की टक्कर से युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था. वो उसे कार में डालकर टोंक से आगे एनएच 116 पर ले गया. यहां शहनाई गार्डन के पास युवक को मरा हुआ समझ सड़क पर छोड़कर फरार हो गया.
घटना 4 फरवरी की है. नानेर निवासी छितर मीणा जख्मी हालत में टोंक-सवाई माधोपुर रोड पर शहनाई मैरिज गार्डन के पास पड़ा मिला था. 5 फरवरी को जयपुर में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. परिजन की आशंका थी कि किसी ने युवक की हत्या की है.
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पुलिस की जांच में दुर्घटना का दावा
मामले में पुलिस ने जांच शुरू की. घटना वाले दिन रीट की परीक्षा होने के चलते तकनीकी जांच में कई तरह की समस्या सामने आ रही थीं. कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए पुलिस शंकर गुर्जर तब पहुंची. पूछताछ में शंकर ने जो खुलासा किया उससे पूरा मामला साफ हो गया.
आरोपी युवक ने बताई ये कहानी
शंकर गुर्जर ने बताया कि 4 फरवरी को किसी परिचित की कार लेकर एक दंपति समेत अन्य को रीट का एग्जाम दिलाने के लिए मालपुरा से टोंक जा रहा था. नानेर के पास एक युवक उसकी कार से टकरा गया. आनन-फानन में उसने युवक को कार में डाल लिया और टोंक की तरफ बढ़ गया. चूंकि एग्जाम दिलाने की भी जल्दबाजी थी. इधर शंकर को लगा कि युवक की मौत हो गई है. ऐसे में उसने उसे शहनाई गार्डन के बाहर लिटाकर भाग गया. गंभीर हालत में युवक को पड़े देख लोगों ने पुलिस को फोन किया. पुलिस ने उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया जहां से जयपुर रेफर कर दिया गया. वहां इलाज के दौरान युवक को मौत हो गई. नानेर के रहने वाले छितर मीणा के परिजन इसे हत्या मान रहे थे. पुलिस के मुताबिक यदि शंकर समय रहते छितर को अस्पताल में भर्ती करा देता तो उसकी जान बच जाती. पुलिस अभी मामले में और जांच कर रही है.
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