जालोरः बिना जिलाध्यक्ष के कैसे रिपीट होगी गहलोत सरकार? सहप्रभारी के सामने कार्यकर्ता ने बयां किया दर्द
Congress Meeeting in Jalore: प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सहप्रभारी वीरेंद्र सिंह राठौड़ ने सोमवार को जालोर मे कांग्रेस की समीक्षा बैठक ली. जिला मुख्यालय पर बैठक में कार्यकर्ताओ को सम्बोधित कर प्रदेश मे एक बार फिर कांग्रेस की सरकार रिपीट करने के लिए आह्वान किया. बैठक में जन अभाव अभियोग निराकरण समिति के चैयरमैन पुखराज पाराशर […]
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Congress Meeeting in Jalore: प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सहप्रभारी वीरेंद्र सिंह राठौड़ ने सोमवार को जालोर मे कांग्रेस की समीक्षा बैठक ली. जिला मुख्यालय पर बैठक में कार्यकर्ताओ को सम्बोधित कर प्रदेश मे एक बार फिर कांग्रेस की सरकार रिपीट करने के लिए आह्वान किया. बैठक में जन अभाव अभियोग निराकरण समिति के चैयरमैन पुखराज पाराशर ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विकास कार्यो का कर्ज चुकाने की बात कही.
वहीं, राज्य मंत्री सुखराम बिश्नोई ने स्थानीय कांग्रेसी नेताओं को इशारा करते हुए कहा कि मंच पर बैठे नेताओं को दिल और मन साफ रखकर काम करना होगा. ताकि कांग्रेस पार्टी ओर आपका भला हो. वरना आप किसी ओर को गिराने के चक्कर मे स्वयं और पार्टी को गिरा देते हो.
मंत्री सुखराम ने कार्यकर्ताओ से कहां कि मैने कभी टिकट नही मांगा, लेकिन फिर भी मुझे दे दिया. आप भी मांगे नहीं, बस पार्टी का काम करते आगे बढ़ते जाए. कांग्रेस नेता रतन देवासी ने कहां कि हम सभी को पार्टी आगे कैसे बढ़ाए, कैसे हम जिले की पांचो विधानसभा सीट जीते. हमें इसी बात पर काम करना होगा. इस दौरान कांग्रेसी नेता शक्ति प्रदर्शन में भी पीछे नहीं रहे. भीनमाल विधानसभा क्षेत्र से दावेदारी करने के लि पूर्व पीसीसी सदस्य ऊमसिंह चादराई अपने 1500 से ज्यादा कार्यकर्ताओ के साथ सर्किट हाउस मे सहप्रभारी के पास आए. इसी दौरान भीनमाल से निवर्तमान जिलाध्यक्ष डाॅ. समरजीत सिंह और सुनील राजपुरोहित ने भी दावेदारी की. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने कहा कि साढ़े तीन साल से हमारा कोई जिलाध्यक्ष नही कांग्रेस कैसे आगे बढ़ पाएगी.
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वहीं, रानीवाड़ा से रतन देवासी के पक्ष मे आए कार्यकर्ताओ ने मंत्री सुखराम विश्नोई और मोहन कुमार पर पार्टी विरोधी गतिविधियो का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि रतन देवासी पिछली बार जीत जाते, लेकिन इनकी वजह से हार गए. सहप्रभारी ने जब बार-बार हारने का कारण जाना तो एक बार सन्नाटा छा गया. भरत सराधना, रमेश देवासी, गोदाराम देवासी, फरसाराम ढ़ाका सहित कई अन्य लोगों ने भी दावेदारी की.
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