UPSC 2022: अलवर के यश शर्मा को मिली 196वीं रैंक, उन्होंने खुद बताया सफलता का राज

UPSC 2022: अलवर के यश कुमार शर्मा ने यूपीएससी एग्जाम में 196वीं रैंक हासिल कर पूरे प्रदेश का नाम रौशन किया है. यह उनका तीसरा प्रयास था. पहले प्रयास में उनका प्री भी क्लियर नहीं हुआ था. दूसरे प्रयास में मेन के बाद इंटरव्यू तक पहुंचे. अब तीसरे प्रयास में यश ने अच्छी रैंक के […]

UPSC 2022: अलवर के यश शर्मा को मिली 196वीं रैंक, उन्होंने खुद बताया सफलता का राज
UPSC 2022: अलवर के यश शर्मा को मिली 196वीं रैंक, उन्होंने खुद बताया सफलता का राज
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UPSC 2022: अलवर के यश कुमार शर्मा ने यूपीएससी एग्जाम में 196वीं रैंक हासिल कर पूरे प्रदेश का नाम रौशन किया है. यह उनका तीसरा प्रयास था. पहले प्रयास में उनका प्री भी क्लियर नहीं हुआ था. दूसरे प्रयास में मेन के बाद इंटरव्यू तक पहुंचे. अब तीसरे प्रयास में यश ने अच्छी रैंक के साथ सफलता पाई है.

अलवर शहर के अम्बेडकर नगर निवासी यश कुमार शर्मा का यूपीएससी में चयन होने के बाद अब उनके घर में खुशी का माहौल है. लोगों ने माला पहना कर उनका स्वागत किया. यश ने बताया कि अगर कोई दृढ़ संकल्प कर ले और मेहनत करे तो उसे अपनी मंजिल हासिल करने से कोई नहीं रोक सकता.

बेटे की सफलता को देखकर झूम उठे माता-पिता
अलवर निवासी यश शर्मा के पिता लोकेश कुमार शर्मा अलवर एडीजे नंबर 2 कोर्ट में रीडर हैं. वहीं उनकी मां दीपा शर्मा कैरवाजाट के राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल में सरकारी अध्यापक हैं. यश के पिता लोकेश शर्मा ने बताया कि यह उनके बेटे की 4 साल की मेहनत का परिणाम है. वह पूरी तरह कॉन्फिडेंट था कि इस बार अच्छी रैंक बनेगी. उन्होंने बताया कि मैं कोर्ट में था जब मेरी पत्नी का फोन आया और बेटे की सफलता से हम बहुत खुश हैं. बच्चों की ऐसी उपलब्धि पर हर मां-बाप को गर्व होना चाहिए.

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यश ने बताया सफलता का राज
यश शर्मा ने बताया- मैंने दिल्ली में रहकर भी पढ़ाई की और घर में रहकर भी लेकिन मुझे कोई ज्यादा फर्क महसूस नहीं हुआ. यूपीएससी के एग्जाम भी दूसरे एग्जाम की तरह ही होते हैं. लिखित परीक्षा होती है लेकिन सोशल मीडिया पर जिस तरीके से इसकी तैयारियों को लेकर दिखाया जाता है वैसा कुछ नहीं है. कई यूट्यूब पर आपको तैयारी करने लाइक मसाला आसानी से मिल जाता है.

यश ने कहा कि उन्होंने पहले ही यह संकल्प कर लिया था कि इसी नौकरी में जाना है इसलिए आईबी में सिलेक्शन के बावजूद मैंने जॉइन नहीं किया. उन्होंने बताया कि 2019 में कॉलेज पास आउट करने के बाद मैंने यूपीएससी की तैयारी की और यह मेरा तीसरा अटेंप्ट था. 4 साल की मेहनत के बाद आज आशा के अनुकूल परिणाम आया है.

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