Rajasthan News: 3 दिन पहले आपने भरतपुर पुलिस की गुंडागर्दी देखी.. जहां थाने में पूछताछ के बहाने बुलाकर ये एसएचओ साहब एक युवक का हाथ मरोड़ते नजर आए. ये मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब नागौर से पुलिस की बर्बरता की एक और तस्वीर सामने आ गई. तस्वीरें देखिए और अंदाजा लगाइए. पुलिस ने इस युवक की कितनी बेरहमी से पिटाई की होगी. इस युवक का क्या कसूर था वो तो हम आपको आगे बताएंगे लेकिन फिलहाल ये जानिए कि मार खाने वाला महिपाल अपनी दूध की दुकान पर खड़ा था, काम कर रहा था कि तभी पुलिस आती है और जबरन महिपाल को उठाकर थाने ले आती है. उसके बाद पुलिस थाने में महिपाल के साथ जो करती है उसका नतीजा आपके सामने है.
नागौर पुलिस के भावण्डा थाना अधिकारी सिद्धार्थ प्रजापत पहले तो महिपाल की बूरी तरह से पिटाई करते हैं और जब इससे भी उनका जी नहीं भरा तो महिपाल के प्राईवेट पार्ट में करंट दौड़ा देते हैं. जी हां, सही सुन रहे हैं आप. ऐसा लगता है जैसे राजस्थान पुलिस के काम करने का एक तरीका ये भी है. मारपीट और पुलिसिया टॉर्चर जिसे हम थर्ड डिग्री कहते हैं, नागौर पुलिस के सिद्धार्थ प्रजापत ने महिपाल के साथ कुछ ऐसा ही किया. इतनी बुरी तरह से पिटाई की कि अब वो ठीक से खड़ा भी नहीं हो पा रहा है. और तो और उसके प्राईवेट पार्ट में करंट तक लगा दिया. पुलिस की बर्बरता और वर्दी की सनक का इससे अच्छा नमूना आपको नहीं दिखेगा.
अब आपको जल्दी से इसके पीछे का असली कारण भी बता देते हैं. दरअसल मार खाने वाला महिपाल कांग्रेस के एक स्थानीय नेता का करीबी है जो विधायकी का चुनाव भी लड़ चुके हैं. उन पर आरोप है कि वो अकसर पुलिस को परेशान करते हैं. उनपर किसी तरह का दबाव बनाने की कोशिश करते हैं. और शायद इसी बात का बदला नागौर पुलिस के सिद्धार्थ प्रजापत ने महिपाल से कुछ इस तरह लिया. और अब पुलिस इस पूरे मामले पर चुप्पी साधकर बैठ गई है.
इनपुट: नागौर से हनीफ खान, राजस्थान तक
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