Rajasthan News: हिमाचल और गुजरात चुनाव के नतीजों का असर राजस्थान की राजनीति पर भी काफी पड़ा है. वजह है गुजरात और राजस्थान चुनाव में जुटे राजस्थान कांग्रेस के नेता. एक ओर सीनियर ऑब्जर्वर अशोक गहलोत के नेतृत्व में गुजरात का रण हुआ. दूसरी ओर, हिमाचल में सचिन पायलट के हाथ कमान थी. अब यही से एक नई जुबानी जंग शुरु हो गई है. चर्चाएं इसलिए भी है क्योंकि गुजरात की हार के बाद पायलट खेमा गहलोत पर तंज कस रहा है. जिस जादूगर ने साल 2013 में राजस्थान में शिकस्त खाने के बाद 2017 के गुजरात चुनाव के चलते रणनीतिक छवि बनाई.
वहीं, गहलोत अब गुजरात में करारी हार के बाद फिर से घिर गए है. पायलट की ताजपोशी का समर्थन करने वाले आचार्य प्रमोद कृष्णन हो या सचिन के समर्थक. कोई भी इस मौके को गहलोत के खिलाफ भुनाने में पीछे नहीं है. हिमाचल में जीत के चलते पायलट को गहलोत पर दोहरी बढ़त मिली है. अब देखना दिलचस्प होगा कि हिमाचल चुनाव के नतीजों से उत्साहित पायलट का रूख आगामी दिनों में क्या रहता है?
हालांकि सरदारशहर के उपचुनाव में कांग्रेस की भारी मतों से जीत को गहलोत गुट जादूगर का जादू बताने में भी नहीं चूक रहा. लड़ाई गुजरात की जमीन पर लड़ी गई हो या हिमाचल के पहाड़ी क्षेत्र में. नतीजा तो आगामी दिनों में राजस्थान की जनता को देखने को मिलेगा. जब साल 2023 के चुनाव की तैयारी के बीच गहलोत और पायलट के बीच सियासत उलझ जाएगी.