भूपेंद्र सारण की गिरफ्तारी से कई बड़े नेता और अधिकारी भी फंसेंगे! पूछताछ में हो सकते हैं कई बड़े खुलासे

Nupur Jaroli

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Rajasthan News: सेकंड ग्रेड टीचर भर्ती के पेपर लीक के मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. क्या अब चुनाव को देखते हुए सरकार एक्शन मोड में आ गई है? क्या अब पेपर लीक में शामिल अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा. संभावना जताई जा रही है कि सारण की गिरफ्तारी के बाद पेपर लीक मामले में कई बड़े लोगों का नाम सामने आ सकता है. युवाओं के दबाव के चलते सरकार इस मामले में अब कोई ठोस कदम भी उठा सकती है.

इस पूरे मामले पर राज्यसभा सांसद और बीजेपी नेता डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने खुलकर सरकार का विरोध किया है. उनका कहना है कि सेकेंड ग्रेड टीचर्स भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले भूपेन्द्र सारण को SOG ने प्लानिंग के तहत पकड़ा है. SOG अधिकारी मोहन पोसवाल के नेतृत्व में भूपेन्द्र को पकड़ा गया है जिसके तार पेपर लीक माफियाओं से जुड़े हुए है. कांस्टेबल भर्ती लीक परीक्षा में ऊदा राम को मुजरिम बनाकर मामले को रफा दफा करने की कोशिश हुई थी.

किरोड़ीलाल मीणा ने यह भी बताया कि वह पहले ही भूपेन्द्र सारण, सुरेश ढाका और SOG अधिकारी मोहन पोसवाल की दोस्ती के प्रमाण दे चुके हैं. मोहन पोसवाल के सम्बन्ध भूपेन्द्र सारण की महिला मित्र के साथ थे. जब पेपर लीक में भूपेन्द्र सारण फरार चल रहा था तब मोहन पोसवाल का इनके निवास पर आना जाना था. उन्होंने बताया कि ढाका और सारण को फरार करवाने में अधिकारी मोहन पोसवाल का बड़ा हाथ था. अगर ढाका गिरफ्तार हुआ तो कांग्रेस के कई विधायक, मंत्री और अधिकारी भी बेनकाब हो जाएंगे.

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गौरतलब है कि राजस्थान में सेकेंड ग्रेड टीचर भर्ती के पेपर लीक का मुख्य आरोपी भूपेंद्र सारण गुरुवार को बेंगलुरु एयरपोर्ट पर पुलिस के हत्थे चढ़ गया जिसे पुलिस उदयपुर लेकर आई. शुक्रवार को पुलिस ने सारण का सड़क पर जुलूस निकाला और पैदल ही कोर्ट लेकर पहुंची. यहां आदालत ने सारण को 4 दिन की रिमांड पर भेज दिया है.

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पूजा के लिए घी और हवन सामग्री मंगाने के चक्कर में पेपरलीक का मास्टर माइंड भूपेन्द्र सारण पकड़ा गया. भूपेन्द्र सेकेंड ग्रेड टीचर भर्ती परीक्षा पेपरलीक के बाद से फरार चल रहा था. इस दौरान वो अहमदाबाद चला गया. उसके 25 दिन बाद जयपुर, फागी, जालौर, बाड़मेर, अजमेर, जोधपुर और उदयपुर रहा. फिलहाल वह अपने रिश्तेदार के यहां पण्डित के कहने के बाद बचने के लिए हवन कराने जा रहा था.

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जोधपुर पुलिस को पता चला कि ट्रेन नंबर 16507 के कोच बी3 में 19 फरवरी को 11 बजे सामान बेंगलुरू पहुंचेगा. जब तक पता चलता तब तक ट्रेन रवाना हो चुकी थी तो जोधपुर ग्रामीण की टीम एसओजी के साथ फ्लाइट से बेंगलुरू पहुंची. वहां पर ट्रेन में सामान लेने कोई और ही आया था जिसका पीछा किया गया. आखिर में बुधवार को उसे पकड़ा तो उसने बताया कि भूपेन्द्र अहमदाबाद की फ्लाइट से आ रहा है तो पुलिस ने रनवे पर जाकर उसे पकड़ लिया. 2011 के जीएनएम और 2022 के कांस्टेबल भर्ती परीक्षा पेपरलीक मामले में भी एसओजी भूपेन्द्र सारण को तलाश रही थी. इन परीक्षाओं के पेपर लीक में भी उसका नाम आया था.

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