धौलपुर: बारिश और ओलों से सरसों, गेहूं और आलू की फसल को भारी नुकसान, किसानों ने की ये मांग
Rajasthan News: राजस्थान के धौलपुर जिले में लगातार तीन दिन से चल रहे खराब मौसम ने आखिरकार बुधवार को अपना असर दिखा दिया. अचानक आसमान में घटाओं के साथ बिजली कोंधने लगी. जिले के राजाखेड़ा उपखंड के चम्बल किनारे बसे करीब आधा दर्जन गांव बरसला, घुरैया खेड़ा, कठूमरा, महदपुरा, गडराई में तेज आंधी के साथ […]
ADVERTISEMENT
Rajasthan News: राजस्थान के धौलपुर जिले में लगातार तीन दिन से चल रहे खराब मौसम ने आखिरकार बुधवार को अपना असर दिखा दिया. अचानक आसमान में घटाओं के साथ बिजली कोंधने लगी. जिले के राजाखेड़ा उपखंड के चम्बल किनारे बसे करीब आधा दर्जन गांव बरसला, घुरैया खेड़ा, कठूमरा, महदपुरा, गडराई में तेज आंधी के साथ करीब 25 मिनट बारिश हुई और करीब 20-25 मिनट तक ओले गिरे. इस बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. सरसों, गेहूं और आलू की फसल में भारी नुकसान की संभावना जताई जा रही है.
गौरतलब है कि धौलपुर जिले में पिछले तीन दिनों से लगातार मौसम का मिजाज खराब चल रहा था. खराब मौसम के मिजाज को देखते हुए मौसम विभाग ने अलर्ट भी जारी किया था. पिछले तीन दिनों से लगातार जारी कभी तेज धूप तो कभी सर्दी ने मौसम का रुख बदल दिया. बुधवार की दोपहर के बाद आसमान में घनघोर घटाएं छाने लगी. बादलों में कड़ाके की बिजली कौंधने के बाद तेज आंधी के साथ बारिश शुरू हो गई. करीब पचास मिनट तक बारिश हुई और करीब 20-25 मिनट तक ओलावृष्टि हुई. गेहूं, सरसों, आलू की फसल के साथ नगदी फसल जिनमें धनिया, टमाटर, बैगन, गाजर, गोभी आदि फसलों में भारी नुकसान हुआ है.
इस बेमौसम बारिश से किसानों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है. फसलों में नुकसान की भारी संभावना बताई जा रही है. किसानों ने बताया कि कड़ी मेहनत कर और महंगे खाद बीज डाल कर रबी की फसल को मुकाम तक पहुंचाया था. लेकिन बदले हुए मौसम की मार से किसान सहम गया है. ओलावृष्टि में हुए फसल खराबे को लेकर किसान सरकार की तरफ उम्मीद लगा रहा हैं. किसानों ने कहा कि सरकार को प्रशासन से सर्वे कराना चाहिए. सर्वे के बाद किसानों को उचित मुआवजा सरकार देगी तभी पालनहार धरतीपुत्र किसान को राहत मिलेगी अन्यथा किसान फिर से गर्त में चला जाएगा.
ADVERTISEMENT
कोटा ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट बनाने में आ रही अड़चन हुई दूर, देखें तस्वीरें
ADVERTISEMENT