Alwar: दूध-पनीर के बाद नकली पेट्रोल-डीजल बनाने का कारोबार, पुलिस ने बरामद किया 40 हजार लीटर तेल, आसपास होता था सप्लाई
Alwar: खैरथल-तिजारा जिले के किशनगढ़बास क्षेत्र के एक छोटे से गांव में नकली पेट्रोल डीजल बनाने का बड़ा खुलासा हुआ है. लंबे समय से केमिकल की मदद से यहां नकली पेट्रोल डीजल बनाने का खेल चल रहा था. इस गांव से राजस्थान के गांव में नकली पेट्रोल डीजल सप्लाई किया जा रहा था.
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Alwar: खैरथल-तिजारा जिले के किशनगढ़बास क्षेत्र के एक छोटे से गांव में नकली पेट्रोल डीजल बनाने का बड़ा खुलासा हुआ है. लंबे समय से केमिकल की मदद से यहां नकली पेट्रोल डीजल बनाने का खेल चल रहा था. इस गांव से राजस्थान के गांव में नकली पेट्रोल डीजल सप्लाई किया जा रहा था. पुलिस ने मौके से करीब 40 हजार लीटर नकली पेट्रोल डीजल ड्रम में भरा हुआ बरामद किया है जिसको नष्ट कराया गया है. मामले की जांच पड़ताल के लिए इंडियन ऑयल सहित अन्य ऑयल कंपनी के अधिकारियों को भी बुलाया गया.
खैरथल-तिजारा जिला पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार चौधरी ने बताया कि किशनगढ़बास के गांव कांकरा में एक छोटी ढाणी में नकली पेट्रोल डीजल बनाने में सप्लाई करने की सूचना मिली. इस पर पुलिस टीम ने गांव में चालक दबिश दी. पुलिस टीम ने गांव को चारों तरफ से घेर लिया व उसके बाद अचानक गांव में छापेमारी की गई. पुलिस को देखकर ग्रामीण मौके से फरार हो गए. पुलिस को भारी मात्रा में केमिकल पदार्थ को बरामद हुआ.पुलिस को 184 ड्रम केमिकल से भरे हुए मिले हैं. जिन्हें पुलिस टीम की निगरानी में रखा गया है. शादी भारी मात्रा में नकली पेट्रोल व डीजल भी बरामद किया गया है. पुलिस ने बताया कि हरियाणा से केमिकल लाकर उसमें अन्य एसेंस व कैमिकल मिलाकर नकली डीजल पेट्रोल तैयार किया जाता था. उसके बाद डिमांड के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में सप्लाई किया जाता था. यह दिखने में बिल्कुल डीजल व पेट्रोल की तरह नजर आता है.
बड़े पुलिस अधिकारी मौके पर रहे मौजूद
इस पूरी कार्रवाई के दौरान कई थानों की पुलिस टीम के अलावा मौके पर खैरथल-तिजारा जिला पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार चौधरी, एडिशनल एसपी रतन लाल भार्गव, डीएसटी प्रभारी राकेश मीना, किशनगढ़बास थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह शेखावत, एएसआई सद्दीक खान, एएसआई हरविलास मौजूद थे. इस दौरान डीएसओ सहित अन्य टीमों को बुलवाया गया और केमिकल की जांच करवाई गई. फिलहाल पुलिस टीम द्वारा मौके पर कार्रवाई की जा रही हैं. इस दौरान डीएसओ रणधीर, इंडियन ऑयल कम्पनी के प्रतिनिधि शुभम शर्मा, रसद विभाग की प्रवर्तन निरीक्षक रेखा खींची सहित अनेक लोग मौजूद रहे. मौके पर ड्रम व बडी टंकियों में मिले केमिकल और नकली पेट्रोल डीजल के जखीरे को नष्ट करने और उठाकर दूसरी जगह शिफ्ट करने के लिए कई क्रेन को लगाया गया. इस पूरी कार्रवाई के बाद जिले में आसपास क्षेत्र में हड़कंप का माहौल नजर आया. पैट्रोल सप्लाई करने वाले एजेंट व दुकानदार भी खासे डरे हुए दिखाई दिए.
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ग्रामीण क्षेत्रों में सप्लाई होता है नकली पेट्रोल डीजल
पुलिस ने बताया कि तैयार होने वाला नकली पेट्रोल डीजल ग्रामीण क्षेत्रों में सप्लाई होता है. दूरदराज के गांव में पेट्रोल पंप की सुविधा नहीं होती है. इसलिए वहां नकली पेट्रोल डीजल की खपत ज्यादा रहती है. जांच पड़ताल में सामने आया है कि इनका नेटवर्क राजस्थान के अलावा आसपास के क्षेत्र में भी फैला हुआ था.
हरियाणा से आता था कैमिकल
पुलिस जांच पड़ताल में सामने आया कि हरियाणा से केमिकल लाया जाता था. उसके बाद उसमें रंग, एसेंस व अन्य केमिकल मिलाकर नकली पेट्रोल डीजल तैयार किया जाता था. नकली पेट्रोल व डीजल हूबहू असली पेट्रोल डीजल की तरह दिखाई देता था व उसमें इस तरह की गंध आती है.
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जल्द हो सकते हैं कई बड़े खुलासे
जिस तरह से नकली पेट्रोल डीजल व केमिकल का जखीरा मिला है. ऐसे में साफ है कि इस खेल में कई बड़े लोगों के नाम भी शामिल हो सकते हैं. पुलिस व प्रशासन के कुछ लोगों की मिलीभगत के चलते यह खेल लंबे समय से चल रहा था. इस मामले में जल्द ही कई बड़े खुलसे हो सकते हैं. तो कुछ लोगों की गिरफ्तार हो सकती है.
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कैमिकल से तैयार नकली पेट्रोल डीजल होता है सस्ता
जांच अधिकारियों ने बताया कि कैमिकल से तैयार नकली पेट्रोल डीजल सस्ता होता है. राजस्थान में पेट्रोल डीजल के भाव सबसे ज्यादा हैं. ऐसे में मिलावट खोर कई गुना मोटा मुनाफा कमाते हैं. साथ ही इससे गाड़ी को खासा नुकसान पहुंचता है. लंबे समय तक यह काम में लेने से गाड़ी का इंजन भी सीज हो सकता है.
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