बाड़मेर: परिजन गेट पीटते रहे, डॉक्टर ने नहीं खोला दरवाजा, इलाज के अभाव में महिला की मौत

Dinesh Bohra

ADVERTISEMENT

Rajasthantak
social share
google news

Barmer: राजस्थान में स्वास्थ्य सेवाएं कितनी सुदृढ़ है. इसका अंदाजा आप इसी घटना से लगा सकते हैं कि राजस्थान के सरकारी अस्पताल में समय पर इलाज नहीं मिलने से एक विवाहिता ने तड़प-तड़पकर दम तोड दिया. मरीज के परिजन पहले डॉक्टर के क्वार्टर का दरवाजा खटखटाते रहे और फिर डॉक्टर के इंतजार में आखिरकार विवाहिता ने दम तोड दिया. विवाहिता की मौत के बाद परिजनों ने शव उठाने से साफ इनकार कर दिया है और डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग पर अड़ गए हैं. घटना बाड़मेर जिले के सिवाना कस्बे के सीएचसी की है.

जानकारी के मुताबिक रमणिया निवासी विवाहिता पप्पू देवी पत्नी महेंद्र कुमार की तबीयत बिगड़ने पर उसे इलाज के लिए बुधवार रात को मोकलसर गांव के सरकारी अस्पताल ले जाया गया था. जहां जीएनएम ने मरीज को सिवाना अस्पताल रेफर किया. परिजन विवाहिता को सिवाना अस्पताल ले पहुंचे. जहां एक अन्य जीएनएम ने क्वार्टर पर जाकर डॉक्टर को दिखाने की बात कही. परिजन क्वार्टर का दरवाजा खटखटाते रहे. लेकिन डॉक्टर की ओर से कोई जवाब नहीं आया. आखिरकार विवाहिता की मौत हो गई.

डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप
मृतक विवाहिता के परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर देवराज कड़वासरा के क्वार्टर पर मरीज को लेकर गए. कई बार क्वार्टर का दरवाजा खटखटाया और बेल भी बजाई. आरोप है कि डॉक्टर ने मरीज को नहीं देखा. जिसके बाद जीएनएम ने बाहर से ईसीजी करवाने की सलाह दी. इसके बाद परिजन मरीज को प्राइवेट अस्पताल लेकर गए, वहां भी कोई डॉक्टर नहीं मिला. ऐसे में वापस सिवाना अस्पताल ले आए. करीब 2 घंटे और इंतजार करने के बाद भी कोई डॉक्टर नहीं आया. इसी बीच विवाहिता ने इलाज के अभाव में तड़फ तड़फकर दम तोड दिया.

ADVERTISEMENT

यह भी पढ़ें...

परिजनों और समाज के लोगों में रोष
मृतका के परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर देवराज की लापरवाही की वजह से विवाहिता की मौत हुई है. ऐसे में डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाए. परिजनों का कहना है कि समय रहते डॉक्टर विवाहिता का इलाज करते तो शायद उसकी जान बच सकती थी. ऐसे में मृतका के परिजन और समाज के लोग लापरवाह डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए हैं और डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा नहीं होने तक शव उठाने से साफ इनकार कर दिया है.

विभाग ने आनन-फानन में डॉक्टर को किया एपीओ
सरकारी अस्पताल के डॉक्टर की लापरवाही सामने आने पर विभाग ने डॉक्टर को एपीओ कर दिया है. बाड़मेर सीएमएचओ चंद्रशेखर गजराज के अनुसार सिवाना सीएचसी में एक विवाहिता की मौत हो गई है. परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है. इस मामले में डॉक्टर देवराज कड़वासरा को जांच होने तक एपीओ कर दिया गया है. वहीं मृतका का शव अभी भी मोर्चरी में रखा है.

ADVERTISEMENT

जयपुर: 29 दिन बाद उपेन यादव ने तोड़ा अनशन, ट्वीट कर बताई ये वजह

ADVERTISEMENT

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT