Bundi: द्वार पर पहुंची बारात तो चाचा का आया अटैक, इधर दुल्हन की विदाई हुई तो दादी ने त्याग दिए प्राण
Bundi: राजस्थान के बूंदी जिले के लाखेरी की रहने वाली राधिका दुल्हन की शादी से परिवार में खुशियों का माहौल था. परिवार में खुशियां थी. सब लोग नाच गा रहे थे. बारात आने वाली थी कि दुल्हन के चाचा को हार्ट अटैक आया और उसकी मौत हो गई.
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Bundi: बूंदी में एक परिवार में शादी की शहनाई बज रही थी, देखते ही देखते बारात आने का समय नजदीक था कि दूल्हा बारात लेकर दुल्हन के घर पंहुचता इससे पहले ही दुल्हन के चाचा गोबरी लाल की हार्ट अटैक आने मौत हो गई. परिवार ने अंतिम संस्कार के बाद दुल्हन और दूल्हे के फेरे करवाए. इधर चाचा की चिता की आग की लपटे कम भी नहीं हुई थी, उधर दुल्हन की विदाई के बाद दुल्हन की दादी की मौत हो गई.
विवाह की रस्म पूरी होने के कुछ देर बाद जब बारात दुल्हन लेकर रवाना हुई, तो 90 वर्षीय मंगली बाई दुल्हन की दादी की भी मौत हो गई, इस सब में से परिवार का शादी में माहौल गम में बदल गया. देखते ही देखते हैं खुशियों का माहौल गम में तब्दील हो गया.
गम में बदल गई खुशियां
आपको बता दें की राजस्थान के बूंदी जिले के लाखेरी की रहने वाली राधिका दुल्हन की शादी से परिवार में खुशियों का माहौल था. परिवार में खुशियां थी. सब लोग नाच गा रहे थे. बारात आने वाली थी कि दुल्हन के चाचा को हार्ट अटैक आया और उसकी मौत हो गई. गमगीन माहौल में सात फेरे होने से पहले ही परिवार की खुशियों के बीच एक और मातम की खबर आई.
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दुल्हन की विदाई के बाद दादी की मौत
अनहोनी होते देख दुल्हन का भी रो-रो कर बुरा हाल था. परिवारवालों ने अंतिम संस्कार किया वापस घर आए. इसके बाद सादा तरीके से बिना किसी ढोल नगाड़े के विवाह की तैयारी में जुट गए, दुल्हन राधिका की बारात देर शाम शंकरपुर से आई लेकिन खुशियां नहीं मनाई गई. गमगीन माहौल से दूल्हे द्वारा तोरण मार दुल्हन राधिका के साथ सात फेरे लिए गए और पाणिग्रहण संस्कार हुआ. दूल्हा-दुल्हन और कुछ बाराती शादी के इस कार्यक्रम को संपन्न कर वापस लौट गए. अपने के बेटे की मौत का गम उसकी दादी मंगनी बाई नहीं सह पाई. पोती की शादी के दिन बेटे की मौत ने उसे गम दे दिया. गम में देर रात मंगली बाई ने भी दम तोड़ दिया. सदियों से भरे खुशियों वाले इस परिवार में दो जनों की मौत के बाद परिवार में बुरी तरह टूट गया.
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