बाड़मेर: अचानक चाय के होटल में घुसा केमिकल से भरा ट्रक, आग लगने से कई दुकानें और 2 लोग जिंदा जले
Rajasthan Accident News: राजस्थान के बाड़मेर में केमिकल से भरा ट्रक बेकाबू होकर एक चाय के होटल और हाईवे की दुकानों में घुस गया. आसपास के लोग कुछ समझ पाते उससे पहले ही ट्रक में आग लग गई. देखते ही देखते चारों तरफ हाहाकार मच गया और 2 लोग जिंदा जल गए. गनीमत रही कि […]
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![बाड़मेर: अचानक चाय के होटल में घुसा केमिकल से भरा ट्रक, आग लगने से कई दुकानें और 2 लोग जिंदा जले बाड़मेर: अचानक चाय के होटल में घुसा केमिकल से भरा ट्रक, आग लगने से कई दुकानें और 2 लोग जिंदा जले](https://akm-img-a-in.tosshub.com/lingo/rjtak/images/story/202305/barmer-news-3-768x432.png?size=948:533)
Rajasthan Accident News: राजस्थान के बाड़मेर में केमिकल से भरा ट्रक बेकाबू होकर एक चाय के होटल और हाईवे की दुकानों में घुस गया. आसपास के लोग कुछ समझ पाते उससे पहले ही ट्रक में आग लग गई. देखते ही देखते चारों तरफ हाहाकार मच गया और 2 लोग जिंदा जल गए. गनीमत रही कि ट्रक के पिछले वाले हिस्से के अंदर आग नहीं लगी, नहीं तो बड़ी तबाही हो सकती थी.
जानकारी के अनुसार, बाड़मेर जिले के सिणधरी मेगा हाईवे पर केमिकल से भरा ट्रक गुजरात से बालोतरा की तरफ जा रहा था. अचानक ही ट्रक का टायर फटने से ट्रक बेकाबू होकर हाईवे से नीचे उतर गया और एक चाय की होटल और अन्य दुकानों के अंदर घुस गया. इससे ट्रक और दुकानों में आग लग गई.
एसपी और कलेक्टर मौके पर पहुंचे
जैसे ही इस बात की सूचना प्रशासन को मिली तो कलेक्टर से लेकर एसपी मौके पर पहुंचे. टैंकर के अंदर केमिकल भरा हुआ था इसलिए रात के समय ही आसपास के इलाकों से लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजा गया. करीब 4 घंटे के बाद आग पर काबू पाया गया. बाड़मेर के कलेक्टर अरुण पुरोहित के अनुसार इस हादसे में 2 लोग जिंदा जल गए जिसमें एक युवक चाय की होटल में बैठा था. दूसरा शख्स टैंकर ड्राइवर था जिसकी भी जिंदा जलने से दर्दनाक मौत हो गई. वहीं कुछ लोग इस घटना में घायल भी हुए है.
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फायर ब्रिगेड की व्यवस्था ना होने से स्थानीय लोगों में आक्रोश
जानकारी के मुताबिक, जिस समय बेकाबू ट्रक चाय के होटल में घुसा, उस समय भंवराराम नाम का एक शख्स होटल के अंदर था. जब उसने देखा कि ट्रक में आग लग गई है तो उसी समय उसने अपने आसपास के लोगों को फोन किया कि मुझे बचा लो मैं जल रहा हूं. लेकिन फायर ब्रिगेड ना होने की वजह से भंवराराम की जान चली गई और इसी बात से स्थानीय लोग गुस्से में हैं कि आखिर पिछले तीन-चार महीनों में 50 किलोमीटर के एरिया में आधा दर्जन से अधिक लोगों की जान जिंदा जलने से चली गई लेकिन उसके बावजूद भी सरकार की ओर से फायर ब्रिगेड की व्यवस्था नहीं करवाई जा रही है.
होटल और मेडिकल समेत 5 दुकानें जलकर हुईं खाक
हादसे में चाय के होटल, मेडिकल समेत पांच दुकानें जलकर खाक हो गईं जिनमें लाखों रुपए का सामान रखा हुआ था. इसके साथ ही आधा दर्जन से ज्यादा मोटरसाइकिल भी आग की चपेट में आ गई. गनीमत यह रही कि प्रशासन ने समय रहते चाय की होटल के पीछे कच्ची बस्ती के लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचा दिया. साथ ही केमिकल तक आग पहुंचने से पहले ही काबू पा लिया गया.
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