Behror: बहरोड़ में 8 महीने की गर्भवती महिला की मौत हो गई. इस घटना के बाद मृतका के परिजनों ने ससुराल पक्ष के लोगों पर जहर देकर हत्या करने का आरोप लगाया है. महिला आठ माह की गर्भवती थी. मौत के बाद पोस्टमार्टम के दौरान उसके गर्भ से उसकी नवजात बच्ची को मृत अवस्था में बाहर निकल गया और उसके बाद मां व बेटी का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार हुआ. यह देखकर लोगों की आंखों से आंसू टपकने लगे. महिला की ढाई साल पहले शादी हुई थी.
ADVERTISEMENT
बहरोड़ पुलिस थाने में दहेज की मांग को लेकर 8 माह की गर्भवती महिला की हत्या का मामला दर्ज हुआ. मृतका दीपिका (24) पत्नी देवेश यादव बहरोड़ के हनुमान नगर वार्ड एक की रहने वाली थी. उसकी ढाई साल पहले ही शादी हुई थी और वो साढ़े 8 माह की गर्भवती थी. पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव ससुराल पक्ष के सुपुर्द कर दिया. पोस्टमार्टम के दौरान मृत बच्ची के शव को बाहर निकाला. दोनों एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया. इसकी जांच बहरोड़ डीएसपी कृष्ण कुमार को सौंपी गई है.
पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
बहरोड़ डीएसपी कृष्ण कुमार ने बताया कि अलवर जिले की रामगढ़ तहसील के गांव चंडीगढ़ के रहने वाले परसराम (60) पुत्र उमराव सिंह यादव ने पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई. जिसमें बताया कि दहेज की मांग को लेकर ससुराल पक्ष के लोगों ने उसकी बेटी को विषाक्त पदार्थ देकर हत्या कर दी. इस संबंध में पिता की रिपोर्ट पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर की है. थाना अधिकारी महेश तिवाड़ी ने बताया कि मृतक दीपिका के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया. इसके बाद महिला के गर्भ से निकले ससुराल पक्ष को सुपुर्द कर दिया. इस दौरान जिला अस्पताल की मोर्चरी के बाहर बड़ी संख्या में मृतक का के परिजनों और ससुराल पक्ष के लोगों की भीड़ जमा रही.
मृतका के पिता ने क्या कहा
मृतका के पिता परसराम ने बताया कि उसके चार बेटी और एक बेटा है. चारों बेटियों की शादी हो चुकी है. दीपिका सबसे छोटी थी. चार-पांच दिन बाद दीपिका की डिलीवरी होने वाली थी. पिता ने आरोप लगाया कि बेटी की साथ काम धंधे में नखरे किया करते थे. लेकिन उसने कभी आरोप नहीं लगाया. उसने कई बार अपनी बहनों को सास के द्वारा तंग किए जाने की जानकारी दी. परिजनों ने पुलिस से निष्पक्ष जांच करने व आरोपियों को शख्स सजा दिलवाने की मांग की है.
मुंह से निकल रहे थे झाग
परिजनों बताएं कि दीपिका की तबीयत खराब होने पर परिजन उसे इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे. वहां महिला रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ने महिला की जांच पड़ताल की. इस दौरान महिला के मुंह से नील झांक निकल रहे थे. गंभीर हालत को देखते हुए उसे हायर सेंटर में रेफर किया गया. जहां उसकी मौत हो गई.
एक चिता पर दो लोगों का अंतिम संस्कार
महिला 8 महीने की गर्भवती थी. इस दौरान महिला के गर्भ में पल रहे नवजात की भी मौत हो गई. पोस्टमार्टम से पहले डॉक्टरों ने महिला के गर्भ से मृत नवजात को बाहर निकाला और उसके बाद एक ही चिता पर मां बेटी का अंतिम संस्कार हुआ. इन पलों को देखकर सभी की आंखों से आंसू निकलते हुए नजर आए.
ADVERTISEMENT