बीकानेर (Bikaner news) के लूणकरणसर में जमीन धंसने के बाद अब राजस्थान के बाड़मेर में जमीन में दरारें आने का मामला सामने आया है. पूरे घटनाक्रम के बाद से खेत मालिक समेत आसपास के लोगों में भय का वातावरण है. इसी बीच जिला प्रशासन और तेल उत्खनन कंपनी के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है. घटना बाड़मेर (cracks appeared in the ground in Barmer) जिले के नागाणा थाना क्षेत्र के एमपीटी (मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल) इलाके की है.
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जानकारी के मुताबिक बाड़मेर जिले के नागाणा में तेल उत्खनन क्षेत्र मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल के वेलपेड (तेल के कुएं) 3 से 7 के बीच की जमीन में करीब दो किलोमीटर लंबी दरारें आ गई. घटना के बाद से स्थानीय ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. बाड़मेर जिला कलेक्टर को जब इसकी सूचना मिली तो उन्होंने अतिरिक्त जिला कलक्टर के निर्देशन में एक टीम मौके पर भेजकर वस्तुस्थिति की रिपोर्ट मांगी. इसके बाद अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेंद्रसिंह चांदावत, तहसीलदार, रेवेन्यू अधिकारी और भूगर्भ वैज्ञानिक भी मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल शुरू की. हालांकि, जमीन में दरारें आने की पीछे की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है.
ग्रामीण बोले -आखिर जमीन छोड़कर कहां जाएं
नागाणा क्षेत्र में केयर्न ऑयल एंड गैस कंपनी द्वारा पिछले 15 साल से क्रूड ऑयल उत्खनन का काम चल रहा है. यहां तेल के कई कुएं हैं. 3 नंबर तेल के कुएं से 7 नंबर कुएं के बीच करीब 2 किलोमीटर तक जमीन में दरारें आई हैं. डरे हुए ग्रामीणों का कहना है कि कोई अन्य आपदा हो तो यहां से भागकर भी जाएं, लेकिन आखिर अपनी जमीन छोड़कर कहां जाएं ? दूसरी तरफ प्रशासन ने दरारों वाली जगह से ग्रामीणों को दूर रहने की हिदायत दी है.
जांच कर रही वैज्ञानिकों की टीम
मौके पर जायजा लेने पहुंचे बाड़मेर के अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेंद्रसिंह चांदावत का कहना है कि जमीन में दरार आने की मुख्य वजह क्या है. इसको लेकर वैज्ञानिकों के टीमें जांच कर रही हैं. डेढ़ से 2 किलोमीटर इलाके में जमीन में दरारें आई हैं. कंपनी के भू वैज्ञानिक और विभाग के वैज्ञानिक इन दरारों को लेकर जांच पड़ताल कर रहे हैं. पूरी रिपोर्ट मिलने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
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