किसान संघ का ऐलान, राहुल गांधी को पहनाएंगे लहसुन की माला, जानें पूरा मामला 

Sanjay Verma

02 Dec 2022 (अपडेटेड: Dec 2 2022 2:05 PM)

Rajasthan News: भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान में पहुंचने पर किसानो का विरोध झेलना पड़ सकता है. भारतीय किसान संघ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऐलान किया है कि किसान अब राहुल गांधी को लहसुन की माला पहनाएगा. कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान में प्रवेश से पहले ही किसानों […]

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Rajasthan News: भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान में पहुंचने पर किसानो का विरोध झेलना पड़ सकता है. भारतीय किसान संघ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऐलान किया है कि किसान अब राहुल गांधी को लहसुन की माला पहनाएगा. कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान में प्रवेश से पहले ही किसानों ने मोर्चा खोल दिया है. किसान लहसुन खरीदी की घोषणा के बाद कांटे नहीं लगने और कर्जमाफी की घोषणा के बाद कर्जमाफी नहीं होने से नाराज हैं. किसानों का कहना है कि राहुल गांधी ने किसानों की कर्जमाफी की घोषणा की थी. घोषणा को 4 साल बीत चुके है, लेकिन अभी तक कर्जा माफ नहीं है.
भारतीय किसान संघ के प्रांतीय अध्यक्ष शंकरलाल नागर और अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य कैलाश गेंदोलिया ने कहा कि राहुल गांधी की राजस्थान यात्रा के दौरान भी उनका स्वागत लहसुन की माला से ही किया जाएगा. राहुल गांधी चुनावों में एक से दस तक गिनती करने पर 10 दिन में कर्ज माफ करने की घोषणा करके गए थे. तब से किसानों ने अपना लहसुन नेताओं को भेंट करने के लिए संभाल कर रखा है. अब उन्हें बताना होगा कि कितने किसानों का कर्ज माफ हुआ है.
हाड़ौती का किसान लहसुन के भावों और सरकार के छलावे से बर्बाद हुआ हुआ है. सरकार ने किसानों का लहसुन खरीदने की घोषणा करके बहुत वाहवाही लूटी थी. सरकार के मंत्री क्रेडिट लेने में तो आगे रहे. लेकिन कांटे नहीं लगाए गए. किसानों के साथ छल किया गया. अगले साल होने वाले चुनावों में भी किसान गांव-गांव में इन नेताओं का स्वागत लहसुन बरसाकर ही करेगा.
किसान संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि कहा कि कांग्रेस सरकार किसान हितैषी बनने के लिए केवल घोषणाएं करती रही, लेकिन किसानों के हित में कोई योजना जमीन पर नहीं उतर सकी है. लोक लुभावन वादों और घोषणा से वोट बटोरे जा रहे हैं, लेकिन किसान आत्महत्या को मजबूर है. भाजपा शासन में लहसुन उत्पादक किसानों को आत्महत्या करने पर मजबूर होना पड़ा था, तब खरीदी हुई थी. उस समय घड़ियाली आंसू बहाने वाले कांग्रेस के नेता किसान की बदहाली पर अब चुप हैं.
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