Rajasthan News: राजस्थान के जोधपुर में सरपंच की हत्या की योजना बना रहे 6 बदमाशों को गिरफ्तार कर पुलिस ने बड़ी सफलता प्राप्त की है. अगर जोधपुर पुलिस की कार्रवाई सफल नहीं होती तो आज बदमाश सरपंच की हत्या कर देते. जोधपुर पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ के निर्देशन पर ऑपरेशन सनराइज को अंजाम दिया गया. जोधपुर पुलिस ने चौखा के सरपंच चुन्नीलाल टाक की हत्या की योजना विफल करते हुए बड़ी कार्यवाही कर मंगलवार रात 3.30 बजे मंडोर इलाके के नागादडी की पहाड़ियों में घेराबंदी कर बदमाशों को गिरफ्तार किया. पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार उम्मेद सिंह के तार रितिक बॉक्सर, रोहित गोदारा, अनमोल विश्नोई व लॉरेंस विश्नोई से जुड़े हुए हैं.
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पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड ने बताया कि जिला पूर्व के हेड कांस्टेबल प्रवीण गहलोत से सूचना मिली थी कि बदमाश नागादडी की विरान पहाड़ियों में कई दिनों से डेरा डाले हुए हैं. इसके बाद पुलिस ने कुछ मुखबिरों को सक्रिय कर वहां भेजा तो पता चला कि बदमाशों के पास हथियार भी है. पुलिस कमिश्नर ने बताया कि आरोपियों की पुष्टि होने के बाद एडीसीपी नाजिम अली की अगुवाई में 6 टीमें बनाई गई जिसमें एसीपी राजेंद्र दिवाकर, एसीपी देरावर सिंह व मंडोर थाना एसएचओ मनीष देव, माता का थाना एसएचओ राजूराम बामणिया, सदर थाना अधिकारी दिनेश लखावत को शामिल किया गया.
इसके साथ ही पुलिस के शार्प शूटर कमांडो को शामिल कर मंगलवार रात को पहाडी के चारों और घेरा डालना शुरू किया गया. बदमाशों के भागने की आशंका के मद्देनजर साथ में 8 मोटरसाइकिल पर भी पुलिस की कमांडो टीम को भेजा गया. बुधवार सुबह सूर्योदय से पहले 3.30 बजे पुलिस मौके पर पहुंच गई. पुलिस की हलचल सुन बदमाश भागने लगे, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी से पकडे गए. एडीसीपी नाजिम अली ने बताया कि मौके से उम्मेद सिंह व रावलसिंह को पकडा गया था. उन दोनों से पूछताछ शुरू की गई. इस दौरान उनके फोन चालू थे. उनका रिकार्ड खंगाला गया तो उसमें रितिक बॉक्सर, अनमोल विश्नोई से संपर्क होने का पता चला. इस दौरान रावलसिंह के फोन पर ईश्वरसिंह का फोन आया जिसे पुलिस ने रावल से रिसीव करवाया तो ईश्वर सिंह ने बताया कि सरपंच चुन्नीलाल टांक घर से निकल गया है.
इसके बाद पुलिस ने दोनों से कड़ी पूछताछ की तो उम्मेदसिंह ने बताया कि वह सरंपच की हत्या करना चाहता है इसलिए उसने ईश्वरसिंह व ईश्वर सोलंकी को चौखा में रेकी के लिए छोड रखा है. इसके बाद पुलिस ने एक टीम चौखा भेजी और दोनों को दस्तयाब किया. उम्मेद सिंह राजीव गांधी थाने में पॉक्सो के मामले में वांछित है. उम्मेद सिंह का कहना है कि सरपंच ने ही उसके खिलाफ मामला दर्ज करवाया है. इसके अलावा उसका जमीन में लेनदेन का विवाद चल रहा है इसलिए सरपंच को मारकर वह सभी को डराना चाहता था. सरपंच की हत्या के बाद वह उसके भाई को धमकी देकर दो करोड़ रुपये वसूलने की फिराक में था.
एडीसीपी नाजिम अली ने बताया कि इसके लिए उसने जोधपुर के ही शूटर अमित पारिक व आयुष पंडित को हायर कर रखा था. इस पर पुलिस की टीमें उनके इलाके में गई और दोनों को दस्तयाब कर किया. उनके पास से तीन लोडेड पिस्टल, 5 मैगजीन, 35 जिंदा कारतूस बरामद हुए. इसके अलावा एक अन्य बदमाश से एक पिस्टल, 3 मैग्जिन व 68 जिंदा कारतूस बरामद हुए. जोधपुर पुलिस ने कुल छह पिस्टल, 13 मैगजीन, 127 जिंदा कारतूस बरामद किए. उम्मेद सिंह ने पुलिस को बताया कि यह हथियार वह मध्यप्रदेश से लेकर आया था. पूछताछ में सामने आया कि उम्मेद सिंह ने 26 लाख रुपए में अपना खेत बेचकर यह सारा इंतजाम किया.
पुलिस ने इस मामले में चाबा शेरगढ निवासी उम्मेद सिंह, उसके भांजे सुवालिया निवासी रावलसिंह, प्रतापनगर थाना के सूथला निवासी ईश्वर सोलंकी, सीएचबी निवासी अमित पारिक, गुमानपुरा निवासी ईश्वरसिंह व माता का थान निवासी आयुष पंडित को गिरफ्तार किया है. पुलिस को मौके पर पावर बाइक भी मिली जिसकी कीमत डेढ़ लाख रुपए है. आरोपी इसी बाइक से हत्या कर फरार होने वाले थे. पुलिस ने इनके पास से ₹10000 भी बरामद किए हैं. अब पुलिस सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी. जोधपुर पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम में हेड कांस्टेबल प्रवीण गहलोत की विशेष भूमिका रही. उन्हें डीजीपी उमेश मिश्रा के निर्देशन पर गैलंट्री प्रमोशन देकर एएसआई बनाया जाएगा.
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