बीजेपी के लिए मुश्किल होगी भरतपुर सीट पर जीत! लोकसभा चुनाव से पहले सामने आई बड़ी अपडेट

Suresh Foujdar

18 Mar 2024 (अपडेटेड: Mar 18 2024 3:50 PM)

देश में लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा हो चुकी है. मिशन-25 के लिए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी और सीएम भजनलाल शर्मा दोनों ने मोर्चा भी संभाल लिया है. लेकिन भरतपुर में बीजेपी के लिए मुसीबतें खड़ी हो गई है.

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देश में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2025) की तारीखों की घोषणा हो चुकी है. मिशन-25 के लिए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी और सीएम भजनलाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma) दोनों ने मोर्चा भी संभाल लिया है. लेकिन भरतपुर में बीजेपी (BJP) के लिए मुसीबतें खड़ी हो गई है. भरतपुर में जाट समाज ने बीजेपी को हराने का ऐलान कर दिया है. इसके लिए बाकयदा जिले में अभियान भी शुरू किया जाएगा. यह ऐलान भरतपुर-धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति की ओर से शुरू किया गया है.

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इसे लेकर हुई बैठक में जाट समाज के पंच पटेलों ने भाग लिया और निर्णय लिया कि आरक्षण के नाम पर बीजेपी सरकार ने जाट समाज को धोखा दिया है, इसलिए अब वोट की चोट से सबक सिखाने और चुनाव हराने के लिए जाट समाज अभियान शुरू करेगा.

जाट आरक्षण संघर्ष समिति जाटों के सभी गांव में और हर घर तक जाएगी. सभी लोगों को गंगाजल हाथ में लेकर कसम खिलाई जाएगी कि बीजेपी सरकार ने भरतपुर-धौलपुर के जाटों को केंद्र में आरक्षण नहीं दिया और धोखा मिला है. इसलिए भाजपा को हराने के लिए वोट करें. इसके लिए करीब 50 हजार बड़े पोस्टर भी प्रिंट कराए गए हैं. जिसमें लिखा है कि आरक्षण के नाम पर जाटों को बीजेपी से मिला है.

जाट समाज की है कई मुद्दों पर है नाराजगी

यही नहीं, जाटों की नाराजगी इस बात को लेकर भी है कि जिले से समाज से दो बीजेपी विधायक हैं, जिनको मंत्री नहीं बनाया गया. राजस्थान में तबादलों के नाम पर जाट अधिकारियों को सरकार निशाना बना रही है. हरियाणा में जाटों पर बीजेपी सरकार ने गोलियां बरसाई और किसानों पर भी अत्याचार हो रहा है. संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह ने बताया कि आज पूरी लोकसभा सीट के जाट समाज के पंच पटेलों की बैठक आयोजित हुई है.  

गौरतलब है कि भरतपुर और धौलपुर के जाटों को ओबीसी में आरक्षण को लेकर केंद्र से मांग की गई थी. जिसके लिए 40 दिनों तक आंदोलन भी चला था. लेकिन मुख्यमंत्री और राज्य सरकार की कमेटी से आश्वासन मिलने के बाद आंदोलन को स्थगित किया गया था. लेकिन अब आचार संहिता लग गई और आरक्षण का नोटिफिकेशन नहीं हुआ है. इसलिए जाट समाज ने कसम पूरी करते हुए अभियान तेज कर दिया है. 

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