राजस्थान की लेडी डॉन अनुराधा Exclusive: मजबूरी में उठाया हथियार, अब जीना चाहती हूं नॉर्मल Life
Rajasthan Crime Special: सीकर में राजू ठेहट की हत्या के बाद राजस्थान की लेडी डॉन के नाम से मशहूर अनुराधा राजस्थान तक के कैमरे पर आईं. उन्होंने न केवल राजू ठेहट हत्याकांड में अपनी किसी भी तरह की भूमिका का नकारा है बल्कि उन्होंने साफ कहा कि वो अपराध की इस दुनिया को छोड़ चुकी […]
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Rajasthan Crime Special: सीकर में राजू ठेहट की हत्या के बाद राजस्थान की लेडी डॉन के नाम से मशहूर अनुराधा राजस्थान तक के कैमरे पर आईं. उन्होंने न केवल राजू ठेहट हत्याकांड में अपनी किसी भी तरह की भूमिका का नकारा है बल्कि उन्होंने साफ कहा कि वो अपराध की इस दुनिया को छोड़ चुकी हैं. अब वो नॉर्मल लाइफ जीना चाहती हैं.
लेडी डॉन अनुराधा ने ये भी साफ किया कि वो अनंदपाल की गर्लफ्रेंड नहीं थीं बल्कि बरे वक्त में उन्हें आनंदपाल ने सपोर्ट किया और बदले में उन्होंने आनंदपाल को सपोर्ट किया. अनुराधा ने साफ किया- ‘मैं संदीप उर्फ काला जठेड़ी की पत्नी हूं, मैने उससे शादी कर ली है, मैं आनंदपाल की गर्लफ्रेंड थी ही नहीं.’
राजू ने मुझे मरवाने की कोशिश की थी- अनुराधा
अनुराधा ने राजू ठेहठ हत्याकांड के बाद Rajasthan Tak से खास इंटरव्यू में कहा- ‘राजू ने एक बार मुझे मरवाने की कोशिश की था, जब मैं आनंदपाल गैंग के साथ थी. हमारी रंजिश थी राजू से, लेकिन वो पास्ट है अब. मेरा उसकी हत्या में कोई लेना देना नहीं है. अगर किसी एजेंसी को लगता है तो मुझसे पूछताछ कर सकती है. मुझे लगता है कि राजू की हत्या बदला लेने के लिए की गई है.
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NIA ने कई बार की पूछताछ- अनुराधा
अनुराधा ने कहा- ‘एनआईए ने मुझसे कई बार पूछताछ की थी. सिद्धू मूसावाला मर्डर को लेकर भी पूछताछ की. एनआईए ने मुझसे पूछा थी कि जब सिद्धू मूसावला का मर्डर हुआ था तो तुम कहां थी? तुम्हारी लोकेशन कहां की थी? तुम्हारा क्या रोल है? मैंने सब बता दिया था. एनआईए एक अच्छी जांच एजेंसी है. उनपर मेरा पूरा भरोसा है. मेरा कोई लेना देना नहीं है. तभी मुझे गिरफ्तार नहीं किया गया.
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एनआईए ने जब रेड की तब मैं जठेड़ी गांव में थी- लेडी डॉन
अनुराधा ने बताया कि जब एनआईए ने 50 जगह रेड की थी, तब मैं जठेड़ी गांव में थी. संदीप काला जठेड़ी के घर पर. मैं राजस्थान की हिस्ट्रीशीटर रही हूं तो उनका मुझसे पूछताछ करना बनता है और उनकी जांच का हिस्सा था. वो जरूरी भी था और जायज भी था. एनआईए ने मुझे दो बार बुलाया था. मैं गई और सवालों के जवाब दिए. एनआईए ने मुझसे लारेंस, गोल्डी के बार में पूछा. मेरा फाइनेशियल सपोर्ट क्या है, इन सबके बारे में पूछा. मेरा लारेंस और गोल्डी से कोई लेना-देना नहीं है. न मैंने कभी बात उनसे बात की. हां संदीप का मैं कह सकती हूं की लारेंस और गोल्डी की कभी बात हुई हो, लेकिन जब से वो जेल गया उसकी किसी से कोई कनेक्टिविटी नहीं है.
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मैं आनंदपाल गैंग को लीड नहीं कर रही- अनुराधा
अनुराधा ने ये भी कहा- ‘आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद मैं उसका गैंग लीड कर रही हूं ये मीडिया को और एजेंसी को लगता है, लेकिन ऐसा है नहीं है. आनंदपाल जब जिंदा थे तो उन्होंने मेरा साथ दिया तो मैंने भी उनका साथ दिया.
हालात के चलते इस धंधे में आई- अनुराधा
अनुराधा ने बताया- ‘मैं हालात की वजह से अंडरवर्ल्ड के इस धंधे में आई. पुलिस ने मेरा साथ नहीं दिया. मैं राजस्थान पुलिस के पास 13-14 बार गई थी. जब पुलिस ने साथ नहीं दिया तो आनंदपाल ने साथ दिया था. इसलिए आनंदपाल के लिए कुछ काम किया लेकिन अब वो पास्ट है.
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गैंगवार के पीछे फिल्मों में वैपन कल्चर का बड़ा रोल- लेडी डॉन
अनुराधा ने बताया कि गैंगवार के पीछे फिल्मों में वैपन कल्चर का रोल बड़ा है. गानों में हथियारों का इस्तेमाल हो रहा है, जिससे नौजवान इंस्पायर हो रहा है. अंडरवर्ल्ड में कल्चर होता है. जो एक बार आता है जल्दी निकल नहीं पाता. मैं छोड़ने की कोशिश करूं तो कोई दूसरा पकड़ा जाए. वो मेरा नाम ले लेता तो फिर वहीं दुबारा वापसी हो जाती है.
ऐसे हुई काला जठेड़ी से मुलाकात
अनुराधा ने बताया- ‘राजस्थान में दो केस मेरे ऊपर हो गए थे. किसी के जरिए मेरी मुलाकात संदीप उर्फ काला जठेड़ी से हुई. फिर हम दोनों ने तय किया की हम दोनो अब साथ जिंदगी गुजारेंगे. पहले संदीप को गिरफ्तार किया गया था. बाद में मुझे. मेरे ऊपर 13-14 केस हैं. ज्यादातर किडनैपिंग के केस हैं. 3-4 केस में बरी हो चुकी हूं. मैं अब सामान्य जीवन जीना चाहती हूं. मैं कानून की पढ़ाई कर रही हूं. एनजीओ खोलने का प्लान है. डर जैसा कुछ नहीं है. डर को मैं बहुत पीछे छोड़ आई हूं.
हनुमान बेनीवाल से दूर ही रहना पसंद करूंगी- अनुराधा
अनुराधा ने कहा कि वे राजनीति में तो आना चाहती हैं पर हनुमान बेनीवाल से दूर ही रहना पसंद करेंगी. चाहे जो हो जाए वो बेनीवाल के साथ राजनीति नहीं कर सकती हैं. उनका कहना है कि जो आनंदपाल का विरोधी था उससे तो दूर ही रहना पसंद करेंगी.
मैं जाति में नहीं मानती- अनुराधा
अनुराधा ने साफ किया कि वे भले ही जाट हैं पर जाति में नहीं मानती हैं. उन्होंने ये भी कहा कि कौन अच्छा मानता है कौन बुरा इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. किसी से मदद जाति देखकर नहीं मांगी जाती है. जब जरूरत थी तो आनंद पाल ने मदद की.
यहां देखिए लेडी डॉन अनुराधा ऑन कैमरा…. Rajasthan Tak से खास बातचीत:
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