Ajmer: दुष्कर्म पीड़िता का नाम अजीब तर्क देकर स्कूल से काटा गया, नहीं दे पाई बोर्ड Exam
बाल कल्याण समिति ने जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर स्कूल प्रशासन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए कहा है.
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अजमेर (Ajmer news) में एक स्कूल की हरकत शर्मसार करने वाली है. आरोप है कि स्कूल प्रशासन ने दुष्कर्म पीड़िता का नाम काट दिया और उसे बोर्ड परीक्षा नहीं देने दिया गया. आरोप है कि जब छात्रा स्कूल गई तो कहा गया कि चली जाओ नहीं तो स्कूल की बदनामी होगी. दिसंबर में आना. गौरतलब है कि छात्रा से अक्टूबर में गैंगरेप का शिकार हुई थी.
इधर छात्रा भी चुपचाप घर चली गई. डरी-सहमी छात्रा जब दिसंबर में स्कूल गई तो कहा गया कि उसका नाम काट दिया गया है. उसे बोर्ड एग्जाम का प्रवेश पत्र तक देने से मना कर दिया गया. अपने साथ ये सब होता देख बेहद आहत छात्रा ने बाल कल्याण समिति को पत्र लिखा. इसके बाद ये घटना सामने आई.
ये है पूरा मामला
घटना की जानकारी देते हुए बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष अंजलि शर्मा ने बताया कि छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ. इसके घटना के बाद पीड़िता जब स्कूल पहुंची तो वहां शिक्षकों ने स्कूल में आने से मना कर दिया. तर्क ये दिया गया कि उसके आने से स्कूल का माहौल खराब होगा. बेहतर है कि वह स्कूल आए ही न. स्कूल प्रशासन ने कहा कि परीक्षा के समय उसे बुला लिया जाएगा.
बोर्ड परीक्षा का प्रवेश पत्र नहीं दिया गया
अंजलि शर्मा ने बताया कि 4 महीने बाद जब बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने को थी तब पीड़िता को बोर्ड परीक्षा का प्रवेश पत्र भी स्कूल प्रशासन की ओर से नहीं दिया गया. मामले की गंभीरता को देखते हुए बाल कल्याण समिति ने तुरंत जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर स्कूल प्रशासन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए कहा है. साथ ही पीड़िता का शैक्षणिक सत्र खराब ना हो इसके लिए भी कहा है. इस पत्र की एक कॉपी जिला कलेक्टर को भी सौंप गई है. साथ ही जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से भी बाल कल्याण समिति बातचीत कर रही है और पीड़िता को विधिक मदद उपलब्ध करवाई जा रही है. हालांकि बोर्ड की परीक्षाएं समाप्त हो गई हैं, लेकिन बाल कल्याण समिति प्रयास कर रही है कि बोर्ड की सप्लीमेंट्री परीक्षाओं के दौरान पीड़िता को बैठने की अनुमति मिल सके.
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