Tonk: अनादि ने 10th में टॉप किया जिला, बिना ट्यूशन ऐसे पाई सफलता, पिता भी उसी स्कूल में करते हैं नौकरी

मनोज तिवारी

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Tonk: अनादि ने 10th में टॉप किया जिला, बिना ट्यूशन ऐसे पाई सफलता, पिता भी उसी स्कूल में करते हैं नौकरी
Tonk: अनादि ने 10th में टॉप किया जिला, बिना ट्यूशन ऐसे पाई सफलता, पिता भी उसी स्कूल में करते हैं नौकरी
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RBSE 10th Topper Story: राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने शनिवार को 10वीं कक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है. परिणाम में टोंक जिले के दूनी कस्बे में एक निजी विद्यालय की छात्रा अनादि जैन नें 98.50 प्रतिशत अंक हांसिल कर जिले में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया है. अनादि जैन सरोली गांव में स्थित एक निजी स्कूल की छात्रा है. जहां उसके पिता अशोक जैन अकाउंट्स का काम संभालते हैं.

आर्किटेक्ट इंजीनियर बनने का सपना देखने वाली अनादि कक्षा आठ तक अंग्रेजी माध्यम वाले विद्यालय की छात्रा रहीं लेकिन बाद में आसपास अंग्रेजी माध्यम का विद्यालय नहीं होने के चलते उन्हें हिन्दी माध्यम वाले विद्यालय में प्रवेश लेना पड़ा और जैसे तैसे सामंजस्य बैठाते हुए पढ़ाई करनी पड़ी.

बिना किसी ट्यूशन के हांसिल किए अच्छे अंक 

अपनी बेटी की इस उपलब्धि पर फूले नहीं समा रहे पिता अशोक जैन व माता राजेश जैन मूल रूप से बूंदी जिले के रहने वाले हैं लेकिन वे पिछले लगभग 1 2वर्ष से दूनी में निवास कर रहे हैं. अनादि बताती हैं कि उनकी इस सफलता में उनकी दादी के अलावा मौसी अनिषा जैन जो कि संस्कृत की शिक्षिका हैं का बहुत बढ़ा योगदान रहा. जो उसे लगातार अच्छे अंक लाने के लिये प्रेरित करते रहे. रोजाना सात से आठ घंटे की पढ़ाई करने वाली अनादि बताती है कि वह चाहती थी कि बिना किसी ट्यूशन के अच्छे अंक हांसिल किये जाए और इसमें वह सफल हुई है. अनादि बताती है कि उसे 99 प्रतिशत अंक हासिल करने की उम्मीद थी लेकिन वह इसमें जरा सा चूक गई है.

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टीवी से रही दूर लेकिन मोबाईल को अध्ययन में बनाया टूल

अनादि व उसके माता पिता बताते हैं कि घर में टीवी होने के बावजूद पूरा परिवार ही लगभग टीवी से दूरी बनाये रहा लेकिन अनादि ने मोबाइल का इस्तेमाल फालतू वक्त जाया नहीं करने की जगह सिर्फ पढाई व ज्ञानार्जन के लिये किया. अनादि बताती है कि वह खेल कूद से भी पूरी तरह दूर रही.

पेपरमेश से खिलौने व कठपुतलियां बनाने का है शौक

अनादि को पढ़ाई के अलावा पेपरमेश कला का शौक है, जिसे उसने हॉबी क्लासेज में सीखा. अनादि को पेपरमेशे से कई खिलौने, साज सज्जा का सामान के अलावा कठपुतलियां बनाना पसंद है और वह जब भी समय मिलता इसमे हाथ आजमाती रहती हैं.

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जिले में लड़कियों ने लड़कों को छोड़ा पीछे

अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) चौथमल चौधरी ने बताया कि कला वर्ग के घोषित परीक्षा परिणाम में छात्रों की अपेक्षा छात्राओं का परीक्षा परिणाम बेहतर रहा है .गत वर्ष की तुलना में 10 प्रतिशत परीक्षा परिणाम अधिक रहा है. इस वर्ष पंजीकृत विद्यार्थियों में 11,161 छात्र तथा 10,004 छात्राएं थी. कुल 21,165 विद्यार्थी पंजीकृत थे, जिनमें से परीक्षा में 10,899 छात्र व 9,880 छात्राएं सम्मिलित हुए थे. छात्र वर्ग में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण 3,694, द्वितीय 4,346, तृतीय 1,795 पास हुए हैं. इस तरह छात्र वर्ग का परीक्षा परिणाम 90.24 प्रतिशत रहा है. जिले का कुल परीक्षा परिणाम 91.17% रहा है जो गत वर्ष की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक रहा है. इस वर्ष जिले ने राज्य में 12वां स्थान प्राप्त किया है.

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