RPSC एग्जाम में फर्जी कैंडिडेट ने दी परीक्षा, वेरिफिकेशन में ऐेसे पकड़ी गई चालाकी, आयोग ने लिया एक्शन

मनोज तिवारी

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RPSC Papar Leak: आरपीएससी की ओर से वर्ष 2022 में हुई वरिष्ठ अध्यापक परीक्षा में फर्जी अभ्यार्थी को परीक्षा दिलाने का एक और मामला सामने आया है. आरपीएससी के अनुभाग अधिकारी नमन शर्मा ने 15 मई को देर रात 10.48 बजे अजमेर के सिविल लाईन थाने में मामला दर्ज कराया. दर्ज प्रकरण के अनुसार अभ्यार्थी ने अपनी जगह किसी और से परीक्षा दिलवायी थी लेकिन जब जांच के दौरान फोटो का मिलान नहीं हुआ तो फर्जीवाड़ा सामने आ गया. वहां इस संबंध में पुलिस ने जीरो नम्बर एफआईआर दर्ज की है.

दस्तावेज़ों के सत्यापन के दौरान पकड़ा गया फर्जीवाड़ा

अजमेर के सिविल लाईन थाना प्रभारी छोटेलाल के अनुसार, आयोग के अनुभाग अधिकारी नमन शर्मा ने एफआईआर में बताया कि वरिष्ठ अध्यापक संस्कृत शिक्षा विभाग भर्ती परीक्षा 2022 के लिए अभ्यार्थी टोंक जिले के बिलोता गांव निवासी रामलाल मीणा ने सामाजिक विज्ञान में ऑनलाईन आवेदन किया था, इसके बाद आयोग ने 12 फरवरी 2023 को सामान्य ज्ञान एवं 13 फरवरी को सामाजिक विज्ञान की परीक्षा आयोजित हुई. रामलाल मीणा का परीक्षा केंद्र टोंक के सुभाष बाजार स्थित राजकीय दरबार सीनियर सेकेण्डरी स्कूल में आया था.

फोटो मिलान के दौरान पकड़ में आयी जालसाजी

आयोग के अनुभाग अधिकारी नमन शर्मा ने एफआईआर में बताया कि रामलाल मीणा परीक्षा में पास भी हो गया था. इसके बाद आयोग ने दस्तावेज़ों के सत्यापन के लिए 13 से 17 मई को अभ्यार्थी को बुलाया था.अभ्यार्थी टोंक जिले के उनियारा बिलोता निवासी रामलाल मीणा 15 मई को सत्यापन के लिए आरपीएससी आया. इस दौरान जांच में सामने आया कि रामलाल मीणा की परीक्षा केंद्र पर अटेडेंट शीट में लगी फोटो एवं एप्लिकेशन फार्म पर लगी फोटो अलग-अलग हैं जिससे साबित हुआ कि रामलाल ने परीक्षा किसी और से दिलवाई थी. इस चालाकी के पकड़े जाने बाद बुधवार शाम को आरपीएससी की ओर से यह मामला दर्ज कराया गया है.

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पहले भी एसओजी चेतन मीणा को कर चुकी है गिरफ्तार

गौरतलब है कि इस मामले में उनियारा क्षैत्र के एक थानेदार चेतन मीणा गिरफ्तारी हो चुकी है जबकि उनियारा उपखंड के बिलोता गांव के निवासी हनुमान मीणा की भी एसओजी को इस मामले में तलाश है. एसओजी ने हनुमान मीणा पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया हुआ है.

जांच करेगी टोंक पुलिस

सिविल लाईन थाना अजमेर में आरपीएससी की ओर से रामलाल मीणा के खिलाफ परीक्षा में फर्जी अभ्यार्थी बैठाये जाने को लेकर दर्ज प्रकरण की जांच अब टोंक जिला पुलिस करेगी. इस मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महिला अत्याचार सेल गीता चौधरी को सौंपी गई है.

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