नागौर से माउंट एवरेस्ट के लिए साइकिल पर निकले पप्पू चौधरी, अब तक 28 जिले कर चुके कवर
Nagaur: नागौर से माउंट एवरेस्ट तक का लंबा सफर साइकिल से करने की बात भले ही असंभव लगे, लेकिन ऐसा ही हौंसला और जुनून लेकर राजस्थान के नागौर जिले के खींवसर निवासी पप्पू चौधरी शुक्रवार को करौली पहुंचे. चौधरी के करौली पहुंचने पर कई लोगों ने स्वागत किया. पप्पू चौधरी ने कलेक्टर अंकित कुमार और […]
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Nagaur: नागौर से माउंट एवरेस्ट तक का लंबा सफर साइकिल से करने की बात भले ही असंभव लगे, लेकिन ऐसा ही हौंसला और जुनून लेकर राजस्थान के नागौर जिले के खींवसर निवासी पप्पू चौधरी शुक्रवार को करौली पहुंचे. चौधरी के करौली पहुंचने पर कई लोगों ने स्वागत किया. पप्पू चौधरी ने कलेक्टर अंकित कुमार और एसपी नारायण टोगस से मुलाकात की. कलेक्टर और एसपी ने पप्पू चौधरी के हौसले की सराहना की, तो पप्पू चौधरी ने भी उन्हें पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया. इस दौरान पप्पू चौधरी ने करौली में लोगों को अपने उद्देश्य की जानकारी दी. नागौर के खींवसर से एक सितंबर को निकले पप्पू अपनी यात्रा के दौरान पर्यावरण संरक्षण संवर्धन के पौध रोपण काम भी करते जा रहे हैं.
चौधरी ने बताया कि वह नागौर से निकले तो उन्होंने अपने साथ लकड़ी भी ली जिसकी बनावट ऐसी है. जिसके सहारे वह साइकिल को खड़ी करते हैं. उन्होंने अपने बैग में स्लिपिंग बैड, कपड़े, पानी की बोतल और कुछ जरूरी सामान रखा हुआ है. सितंबर में निकले तो गर्मी का मौसम था. अब ठंड का मौसम है. ऐसे में अगर ठहरने की व्यवस्था नहीं होती है तो सड़क किनारे टेंट लगाकर रात गुजारते हैं.
पप्पू ने बताया कि उन्हें रास्ते में अब तक कोई बड़ी दिक्कत नहीं आई. यदि परेशानी आती है तो लोग सहयोग कर देते हैं. उन्होंने बताया कि प्रदेश के 27 जिलों से होते हुए वे करौली पहुंचे है. सवाई माधोपुर के रास्ते पप्पू करौली पहुंचे हैं और यहां से धौलपुर जाएंगे.
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पप्पू ने बताया कि वह 1 दिन टीवी पर पर्यावरण को लेकर बहस देख रहे थे, जिसमें कुछ जनप्रतिनिधि एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे थे लेकिन कोई समाधान की बात नहीं कर रहा था. पर्यावरण संरक्षण को अब उन्होंने अपना भी बना दिया है. इसी को लेकर उन्होंने साइकिल से माउंट एवरेस्ट के बेस कैंप तक पहुंचने का निर्णय लिया है. पप्पू ने बताया कि उन्होंने 1 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य लिया है. जिनमें से अब तक 2100 पौधे लगाए हैं और 2025 तक माउंट एवरेस्ट पहुंचने का लक्ष्य है. उनका कहना है कि हर व्यक्ति को कम से कम दो पेड़ अवश्य लगाना चाहिए जिससे कि उनके अंतिम संस्कार का कार्य पूर्ण हो सके.
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चौधरी ने बताया कि सितंबर से साइकिल यात्रा शुरू की है. माउंट एवरेस्ट से राजस्थान के सभी 33 जिले कवर करते हुए संपूर्ण भारत की साइकिल से यात्रा करने वाला हूं. संपूर्ण यात्रा के पीछे उद्देश्य पर्यावरण को बढ़ावा देना. पर्यावरण के प्रति लोगों में जागरूकता लाना. ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाना. पौधा लगाने के साथ उनकी परवरिश करना. यह जागरूकता रैली के साथ में यात्रा कर रहा हूं. इसमें पूरा भारत भ्रमण करने के बाद 2025 में एवरेस्ट पर तिरंगा लहराते हुए यह संपूर्ण विश्व को अवगत कराने का जिम्मा उठाया है. करौली मेरा 28वां जिला चल रहा है. अब 5 जिले राजस्थान के और हैं उसके बाद में बेसिक करूंगा. उसके बाद भारत भ्रमण इस साइकिल के द्वारा ही होने वाला है.
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