सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र सियाचिन में तैनात हुई राजस्थान की बेटी, शिवा चौहान ने रचा इतिहास
Udaipur News: कैप्टन शिवा चौहान का नाम आज सबसे ऊंचा हो गया है. राजस्थान के उदयपुर की बेटी ने इतिहास रचा है. क्योंकि पहली बार दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र में महिला अधिकारी ड्यूटी पर तैनात हुई. इसके साथ ही सियाचिन में ऑपरेशनल तौर पर तैनात होने वाली पहली महिला ऑफिसर बन गई है. […]
ADVERTISEMENT
Udaipur News: कैप्टन शिवा चौहान का नाम आज सबसे ऊंचा हो गया है. राजस्थान के उदयपुर की बेटी ने इतिहास रचा है. क्योंकि पहली बार दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र में महिला अधिकारी ड्यूटी पर तैनात हुई. इसके साथ ही सियाचिन में ऑपरेशनल तौर पर तैनात होने वाली पहली महिला ऑफिसर बन गई है. भारतीय सेना के फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स ने खुद ट्वीट करके इसकी जानकारी दी.
कुल 15 हजार 632 फीट की ऊंचाई पर मौजूद कुमार पोस्ट पर कैप्टन शिवा ड्यूटी कर रही हैं. फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स ने ट्वीट करके कहा कि वह कुमार पोस्ट पर तैनात होने वाली पहली भारतीय महिला है. राजस्थान के उदयपुर जिले की रहने वाली कैप्टन शिवा जहां पर तैनात हैं. वह दुनिया का सबसे ऊंचा युद्ध क्षेत्र है कैप्टन काफी कठिन ट्रेनिंग पूरी कर चुकी हैं.
कैप्टन शिवा ने अपनी स्कूली शिक्षा उदयपुर में पूरी की. महज 11 साल की उम्र में शिवा ने अपने पिता को खो दिया. अपने पिता के निधन के बाद उनकी मां ने उनकी पढ़ाई का ध्यान रखा. शिवा ने सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री ली. बता दें कि सियाचिन का तापमान दिन में -21 डिग्री सेल्सियस और रात को यह पारा -32 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है. सियाचिन को 1984 में मिलिट्री बेस बनाया गया था. अब तक 2015 तक 873 सैनिक सिर्फ खराब मौसम के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं.
ADVERTISEMENT
यह भी पढ़ें...
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और वसुंधरा राजे ने दी बधाई
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मौके पर बधाई दी. इंडियन आर्मी का ट्वीट शेयर करते हुए कहा कि मैं यह देखकर बहुत खुश हूं कि अधिक महिलाएं सशस्त्र बलों में शामिल हो रही हैं और हर चुनौती का डटकर सामना कर रही हैं. यह उत्साहजनक संकेत है. कैप्टन शिवा चौहान को मेरी शुभकामनाएं. वहीं, राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने ट्वीट किया कि कुमार पोस्ट, सियाचिन में कैप्टन शिव चौहान (फायर एंड फ्यूरी सैपर्स) की तैनाती राजस्थान के लिए प्रेरणादायक और गर्व की बात है. वह दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र में तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी हैं. उदयपुर की जांबाज बेटी पर हमें गर्व है.
यह भी पढ़ेंः सियासी घमासान के बाद एसीबी ने वापस लिया फरमान, अब भ्रष्टाचारियों के नाम होंगे उजागर
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT