Video: जिस महिला टीचर ने 'मां सरस्वती' की तस्वीर का विरोध किया था उस पर हुई कार्रवाई
वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने आदेश दिया था कि जिस भी स्कूल में माता सरस्वती की मूर्ति या फोटो नहीं होगी उस स्कूल के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा.
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वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने आदेश दिया था कि जिस भी स्कूल में माता सरस्वती की मूर्ति या फोटो नहीं होगी उस स्कूल के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा.
Viral video of female teacher of Baran government school: राजस्थान के बारां जिले (baran) के एक सरकारी स्कूल का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होने के बाद अब मामले में एक्शन भी हो गया है. शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के आदेश पर शिक्षा विभाग ने उस महिला टीचर को सस्पेंड कर दिया है. महिला टीचर पर आरोप है कि उसने स्कूल में मां सरस्वती की फोटो लगाने का विरोध किया था. साथ ही ये सवाल उठाया था- 'सरस्वती का विद्या में क्या योगदान है?'
वीडियो वायरल (Viral video) होने के बाद शिक्षा मंत्री मदन दिलावर (madan Dilawar) ने आदेश दिया था कि जिस भी स्कूल में माता सरस्वती की मूर्ति या फोटो नहीं होगी उस स्कूल के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा. साथ ही स्कूलों में चुनिंदा तीन-चार पार्थनाओं में से ही कोई एक करवाना पड़ेगा. इसके साथ ही शिक्षा विभाग ने उस महिला टीचर के खिलाफ जांच बैठा दी.
जांच रिपोर्ट में पाया गया दोषी
शिक्षा मंत्री के निर्देश और जांच रिपोर्ट के आधार पर हेमलता बैरवा को दोषी पाया गया और उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है. डीईओ पीयूष कुमार शर्मा ने बताया कि जांच के बाद प्रबोधक हेमलता बैरवा को निलंबित किया है. फल्दी सरकारी स्कूल में पदस्थ शिक्षिका अकलिमा बेगम और डाबड़िया स्कूल में पदस्थ शिक्षक हेमराज मेघवाल को प्रशासनिक कारणों के चलते एपीओ किया है. तीनों का मुख्यालय बीकानेर किया है.
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क्या है पूरा मामला
कोटा संभाग के बारां जिले किशनगंज क्षेत्र में लकड़ाई गांव स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में गणतंत्र दिवस समारोह कार्यक्रम था. इस दौरान ग्रामीण और स्कूल की टीचर के बीच तीखी नोकझोंक हो गई. मामला इस बात को लेकर गरमा गया कि वहां पर लगाई गई तस्वीरों में सरस्वती माता की तस्वीर नहीं थी. जिसका पहले तो कुछ अध्यापकों ने ही विरोध किया, लेकिन अध्यापिका ने किसी की नहीं चलने दी. ग्रामीणों ने आकर तस्वीर रखने को कहा. जिसपर अध्यापिका ने कहा कि विद्या की देवी सरस्वती नहीं है, विद्या की देवी तो सावित्रीबाई फुले हैं. इसलिए उनकी तस्वीर रखी गई है. ये वीडियो वायरल हो गया.
यहां पढ़े ये पूरा मामला
सरकारी स्कूल में महिला टीचर ने नहीं लगाने दी मां सरस्वती की फोटो, पूजा करने से भी रोका, Video वायरल
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