‘BJP के पूर्व जिलाध्यक्ष का खुलासा , चुनाव में वसुंधरा की होगी निर्णायक भूमिका’

राजस्थान तक

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‘Former district president of BJP reveals, Vasundhara will have a decisive role in the elections’

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जयपुर परकोटे में कुछ दिनों पहले इक़बाल नाम के युवक की हत्या के बाद फैले तनाव के बाद राज्य सरकार ने पीड़ित परिवार को 50 लाख रूपये की आर्थिक सहायता के साथ संविदा पर नौकरी और डेयरी बूथ देकर मामला शांत कर दिया. लेकिन 2 माह पहले जयपुर में हुए एक दलित व्यक्ति की हत्या के मामले में पीड़ित परिवार को सरकार ने मदद के नाम पर कुछ नहीं दिया. जिसके बाद मृतक नंदकिशोर वाल्मीकि के परिवार के साथ वाल्मिकी समाज सड़क सरकार पर उतर आया और सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया. मृतक की बेटी पूजा ने बताया कि दो महीने सलमान नाम के युवक ने उसके पिता की निर्मम तरीके से हत्या कर दी थी. लेकिन सरकार और प्रशासन से कोई आर्थिक मदद नहीं मिली. जबकि इक़बाल की मौत के कुछ घंटों बाद ही विधायक के बोलने पर सरकार ने इतनी बड़ी मदद कर दी. जबकि उनके परिवार में पुरुष के नाम पर कोई नहीं है, 4 बेटियों के साथ मृतक की पत्नी और एक बुजुर्ग माँ है जिनके खाने के लाले पड़े रहें है. ऐसे में परिवार का सयम टूटा तो रोते बिलखते सड़क पर उतर आए और स्थानीय लोगों के साथ सड़क जाम कर धरने पर बैठ गए. मृतक की पत्नी का कहना की उनके घर में कमाने वाले सिर्फ वही व्यक्ति थे ऐसे में अगर मांगे नही मानी गई तो दलित समाज आने वाले चुनाव में मतदान का बहिष्कार करेगा.

After the tension spread after the murder of a youth named Iqbal in Jaipur Parkote a few days ago, the state government calmed down the matter by giving a contract job and a dairy booth to the victim’s family along with financial assistance of Rs 50 lakh. But in the case of murder of a Dalit man in Jaipur two months ago, the government did not give anything in the name of help to the victim’s family. After which the Valmiki Samaj along with the family of the deceased Nand Kishore Valmiki came out on the streets and accused the government of appeasement.

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