Video: पायलट से रामलाल ने फिर पूछा, आलाकमान की सुनते हो तो मानते क्यों नहीं?
Ramlal again asked the pilot, if you listen to the high command, why don’t you obey?
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Ramlal again asked the pilot, if you listen to the high command, why don’t you obey?
राजस्थान के भीलवाड़ा में मीडिया से बात करते हुए राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने कांग्रेस को RSS से सीखने की बात को अपना व्यक्तिगत बयान बताते हुए आगे कहा कि यह पार्टी का बयान नहीं है मगर कांग्रेस को सीखना चाहिए कांग्रेस का जो संगठन है उसमें काफी समय से हम व्यक्तिवादी चीजों पर आ चुके हैं इस वजह से हमें दिक्कत आई है।
राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने आगे यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी में हमारे नीचे लेवल पर भी अनुशासन की कमी है यह मैं स्वीकार करता हूं क्योंकि मैं स्वयं भी इसका व्यक्तिगत भोगी हूं यह सुधारने के लिए हम प्रयास कर रहे हैं।
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मंत्री जाट ने यह भी कहा कि हमें सोनिया गांधी के पद त्याग से सीखना चाहिए मगर हमारा संगठन थोड़ा बहुत काम करता और फिर एक बयान आता मेवाड़ी कहावत है 2 हाथ (फुट) पाल पानी कि बांधते और 4 हाथ निचे गिरा देते इससे हमें नुकसान होता।
पत्रकारों ने जब मंत्री रामलाल जाट से उनके सचिन पायलट को लेकर दिए गए बयानों पर सवाल किए तो उनका कहना था कि पार्टी में जो आलाकमान निर्णय करता है वह सबको स्वीकार्य होता है दो बयान तो हम पार्टी में आलाकमान की तारीफ करने के कि उनके आदेशों की पालना करेंगे देते है और नीचे हम उसके खिलाफ बयान दे देंगे जब कांग्रेस आलाकमान ने निर्णय किया की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हैं तो फिर प्रश्न ही नहीं उठता है मुख्यमंत्री का ऐसा कोई इशू नहीं है मगर बार-बार यह चीजें आती है इसलिए मैंने साफ तौर पर कहा कि जब आलाकमान ने गहलोत जी का निर्णय ले रखा है तो हम उसे मानते हैं इस पर कोई सवाल नहीं खड़ा करना चाहिए यह मैं बार-बार दोहरा रहा हूं।
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Ramlal again asked the pilot, if you listen to the high command, why don’t you obey?
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