20 साल पहले ट्रक में 'जिंदा जला' नौसेना का पूर्व जवान मिला जीवित, अब सामने आई ये दिमाग चकरा देने वाली कहानी

Ashok Sharma

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Former Navy soldier found alive: कुछ महीनों पहले दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 20 साल पहले कागजों में मर चुके एक पूर्व नौसेनिक को गिरफ्तार किया था. पूर्व नौसेनिक ने 20 साल पहले अपने दोस्त की हत्या की और फिर सजा से बचने के लिए 2 मजदूरों को जोधपुर में जिंदा जलाकर खुद को मृतक साबित कर दिया. अब इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है.

जोधपुर के डांगियावास थाने के सब इंस्पेक्टर मनोज कुमार ने बताया कि 1 मई 2004 को पीथावास फांटा के पास एक ट्रक में आग लगने से दो लोग जिंदा जलने की सूचना थाने को मिली थी. परिजनों ने उनमें से एक की पहचान पूर्व नौसेनिक बालेश कुमार के रूप में की थी. पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर बालेश कुमार की पत्नी को पति का मृत्यु प्रमाण पत्र मिल गया जिसके आधार पर उसने नौसेना से पेंशन उठानी शुरू कर दी. इतना ही नहीं ट्रक के मालिक बालेश के भाई को इंश्योरेंस कंपनी से मुआवजा भी मिल गया.

 

 

मृत घोषित होने के बाद दिल्ली में रहने लगा आरोपी

अक्टूबर में दिल्ली क्राइम ब्रांच द्वारा पकड़े जाने पर बालेश कुमार ने बताया कि उसने ही मर्डर के मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए दो मजदूरों को ट्रक में जला दिया था. फिर खुद वहां से भाग गया. पत्नी को कह दिया कि मरने वाले में उसकी पहचान कर देना. मूलरूप से हरियाणा के पानीपत का रहने वाला बालेश कुमार डांगियावास थाना पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर खुद को मृत घोषित करवाने के बाद दिल्ली के नजफगढ़ इलाके में अमन सिंह के रूप में रहने लगा. उसने अपने ड्राइविंग लाइसेंस समेत सारे दस्तावेज अमन सिंह के नाम से बनवा लिए. लोगों को पता था कि बालेश मर चुका है इसलिए उसकी पत्नी उसके साथ नहीं रहती थी और वह उससे मिलने अक्सर जाती रहती थी.

पत्नी के साथ संबंधों को लेकर थी नाराजगी

1996 में नौसेना से सेवानिवृत होने के बाद बालेश कुमार अपने भाई सुंदरलाल के साथ मिलकर ट्रांसपोर्ट का काम करने लगा था. वह उसका ट्रक भी चलाता था. इस दौरान उसकी मित्रता राजेश उर्फ खुशीराम से हुई. उसकी पत्नी से उसके संबंध बन गए. इसको लेकर एक दिन शराब पीते हुए दोनों के बीच बहस हुई तो बालेश और उसके भाई सुंदरलाल ने मिलकर राजेश की हत्या कर दी. उसके बाद बालेश वहां से भाग गया जबकि पुलिस ने कुछ समय बाद सुंदरलाल को पकड़ लिया. इस दौरान बालेश ने अपने आप को बचाने के लिए प्लान बनाया. वह बिहार के दो मजदूर मनोज और मुकेश को गत्ते से भरे ट्रक में लेकर रवाना हुआ. 1 मई 2004 को उसने डांगियावास के पास रात को ट्रक में आग लगा दी. गत्ता भरा होने से ट्रक ने तुरंत आग पकड़ ली। जिससे दोनों सोते हुए जिंदा जल गए. घटना के बाद उसकी पत्नी व अन्यपरिजनों ने उसके शव की पहचान भी कर दी जिससे वह मृत घोषित हो गया.

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प्रोडक्शन वारंट पर जोधपुर लेकर आएगी पुलिस

जोधपुर की डांगियावास पुलिस ने बालेश कुमार पर षड्यंत्र कर दो व्यक्तियों की हत्या करने का मामला दर्ज किया है. आरोप है कि उसने खुद को मृत घोषित करने के लिए दो लोगों को ट्रक में जिंदा जला दिया था. परिजनों द्वारा गलत पहचान करने पर मामले में उनको भी आरोपी बनाया गया है. अब डांगियावास थाना पुलिस जल्द प्रोडक्शन वारंट पर बालेश कुमार को जोधपुर लाने की तैयारी कर रही है.

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