जोधपुर गैंगरेप मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ पेश किया चालान, 414 पेज की चार्जशीट पेश

Ashok Sharma

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Jodhpur Gangrape Case Accused: जोधपुर में जेएनवीयू के पुराने परिसर में गैंगरेप की पुलिस ने जांच पूरी कर बुधवार को आरोपियों के विरुद्ध चालान पेश कर दिया. आरोपियों के विरुद्ध पुलिस ने डिजिटल और जैविक साक्ष्यों को ही चालान में आरोपों का आधार बनाया है. चालान में इस घटना का मुख्य गवाह पुलिस ने युवती के प्रेमी युवक को ही बनाया है. जिसके सामने तीनों दरिंदों ने उसकी इज्जत लूटी थी. इसके अलावा युवती के बयान भी इस चालान का आधार है.

महज 10 दिन में जांच कर चालान पेश करने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. खास बात यह है कि पुलिस ने डीएनए रिपोर्ट भी हासिल कर ली. जिसमें आरोपियों के स्पर्म युवती के शरीर, कपड़े और घटना स्थल पर मिलने की पुष्टि हुई है. इस जैविक साक्ष्य से ही दुष्कर्म की पुष्टि हुई है. साथ ही डिजिटल साक्ष्य के रूप में फोन की लोकेशन और सीसीटीवी फुटेज भी साक्ष्य के रूप में पेश किए गए हैं.

एडीसीपी निशांत भारद्वाज ने बताया कि हमने कोर्ट से निवेदन किया कि जल्द इस मामले का ट्रायल शुरू किया जाए. आरोपी करीब रात 2:30 से 3 बजे के बीच हॉकी मैदान में पहुंच गए थे. करीब दो घंटे तक हैवानियत करते रहे. जहां युवक के साथ मारपीट कर उसे एक आरोपी ने पकड़ लिया. जबकि दो लोगों ने युवती पर काबू पाया और उसके कपड़े उतारे. उसके बाद बारी-बारी दुष्कर्म किया और यह क्रम कई बार चला. हर बार एक आरोपी युवक को पकड़ता रहा. वह युवती के साथ होती दरिंदगी देख रोता रहा, लेकिन दरिंदों का दिल नहीं पसीजा.

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उलटा उसे कहा कि तुझे पचास हजार रुपए दे देंगे, चुप रहना. इस दौरान तड़के 4:30 बजे का समय था. जब युवक को दूर से कोई व्यक्ति नजर आया तो वह हिम्मत जुटाकर हाथ छुड़ाकर भागा. व्यक्ति को आता देख आरोपी युवती को छोडकर मौके से भाग गए. जब व्यक्ति पहुंचा तो युवती आपतिजनक स्थिति में थी. उसने ही पुलिस को सूचित किया, आरोपियों को इस बात का विश्वास था कि दोनों घर से भागे हुए हैं. इसलिए बोलेंगे नहीं चुपचाप चले जाएंगे, इसी के चलते यह कृत्य किया.

चाय पीने रुके आरोपी, पुलिस हो गई सक्रिय
लेकिन जब घटना के बाद वहां से युवक-युवती भागे तो आरोपी भी डरने लगे थे. एक आरोपी ने कहा कि हमने गलत किया है, पकड़े जाएंगे. वहीं, एक ने कहा कि चुप रहो और जोधपुर से बाहर चलते हैं. लेकिन पहले चाय पीते हैं. रातानाडा चौराहा के पास चाय पीने लग गए. इधर, तब तक पुलिस सक्रिय हो चुकी थी. लोकेशन व सीसीटीवी सहित कई तथ्यों के आधार पर पुलिस ने पहचान कर ली. रातानाड़ा चौराहा पर पुलिस को देखते ही तीनों आरोपी गणेशपुरा की पहाडी तरफ दौड़े और पुलिस ने पीछा कर पकड़ लिया. इस पूरे गैंगरेप में आरोपी भट्ट्म सिंह, धर्मपाल सिंह और समंदर सिंह के खिलाफ पोक्सो, SC-ST, गैंगरेप और अपहरण के आरोप है. वहीं, गेस्ट हाउस मैनेजर सुरेश जाट के खिलाफ पॉक्सो और छेड़छाड़ की धाराओं में आरोप प्रमाणित पाए गए है. पीड़िता के लिए नीलकमल बोहरा को अधिवक्ता नियुक्त किया गया है.

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होटल केयरटेकर बदनीयती नहीं दिखाता तो नहीं होता गैंगरेप 
15 जुलाई की रात को जब युवक-युवती अजमेर से जोधपुर पहुंचे तो पावटा स्थिति कृष्णा गेस्ट हाउस में जाकर कमरा मांगा. नाबालिग होने के चलते मैनेजर सुरेश ने दोनों को अलग-अलग कमरा दिया. युवक को नीचे कमरा देकर उसके बाहर ताला लगा दिया था. रात करीब एक बजे शराब के नशे में सुरेश युवती के कमरे में बदनीयती से पानी की बोटल लेकर वह घुसा तो युवती ने लेने से मना कर दिया. 2-3 बार उसके कमरे की लाइट जलाई, इस पर उसने नाराजगी जताई. इसके बाद सुरेश ने सीधे उसे पकड़ लिया. युवती ने चिल्लाना शुरू कर दिया तो सुरेश डर गया.

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उसने कहा कि अभी यहां से बाहर निकलो. युवती को नीचे लाया और युवक के कमरे का ताला खोलकर उसे भी बाहर निकाल दिया. दोनों ने जो 1500 रुपए दिए थे, वह भी वापस नहीं दिए. रात 1:15  बजे दोनों पावटा बस स्टेंड के पास खाद बीज की दुकान के बाहर बैठ गए. जहां तीनों आरोपियों से उनकी मुलाकात हुई. सुरेश के खिलाफ पोक्सो और छेड़ छाड़ की धाराएं लगाई गई है, वही डीसीपी अमृता दुहन की और से इस घटना में शामिल आरोपियों का एबीवीपी संगठन से जुड़े होने का जिक्र किया गया था, उसके बाद से भारी हंगामा हुआ था.

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