धौलपुर: मर्डर केस में फरार दो आरोपी गिरफ्तार, पुलिस के डर से भाग गए थे दिल्ली, जानें पूरा मामला
Dholpur crime news: धौलपुर में हुए ब्लाइंड मर्डर का पुलिस ने खुलासा कर दिया था. मामले में पुलिस ने दो ओर आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने मामले का पर्दाफाश कर एक आरोपी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस उप अधीक्षक दीपक खंडेलवाल ने बताया कि 20 दिसंबर को दिहौली थाना इलाके […]

Dholpur crime news: धौलपुर में हुए ब्लाइंड मर्डर का पुलिस ने खुलासा कर दिया था. मामले में पुलिस ने दो ओर आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने मामले का पर्दाफाश कर एक आरोपी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस उप अधीक्षक दीपक खंडेलवाल ने बताया कि 20 दिसंबर को दिहौली थाना इलाके के कठुमरी और अंबिका गांव के बीच नई सड़क के किनारे मिट्टी में दबी अज्ञात महिला की लाश मिली थ. जिसकी शिनाख्त आगरा निवासी 35 वर्षीय पिंकी ठाकुर के रूप में हुई थी.
जानकारी के अनुसार पिंकी ठाकुर को उसका भाई घनश्याम 12 दिसंबर को अपने साथ ले गया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक उसकी मृत्यु गोली मारने से हुई थी. जिसके बाद पुलिस ने मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपी घनश्याम को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस उप अधीक्षक खंडेलवाल ने बताया कि जब घनश्याम से कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने घटना में शामिल अन्य लोगों के बारे में भी जानकारी दी.
पुलिस टीम ने मामले में फरार आरोपी धर्मेंद्र सिंह निवासी आगरा और विपिन सिंह निवासी आगरा उत्तर प्रदेश को दिल्ली से दबोच लिया है. पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह दोनों घटना वाले दिन घनश्याम सिंह के साथ ही थे. उनके सामने ही घनश्याम सिंह ने अपनी बहन पिंकी ठाकुर को गोली मारी थी. तीनों ने सबूत नष्ट करने के उद्देश्य से लाश को मिट्टी में दबा कर भाग गए थे. जब पुलिस ने घनश्याम सिंह को गिरफ्तार कर लिया है तो वह पुलिस के डर की वजह से दिल्ली चांदनी चौक मजदूरी करने के लिए चले गए. फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस घटना में प्रयुक्त हथियार की बरामदगी के प्रयास कर रही है.
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यह था मामला
आरोपी घनश्याम सिंह की बहन गांव के ही एक दूसरी जाति के लड़के के साथ चली गई थी. तो उसने गुस्से में उस लड़के के पिता जंगलिया की गोली मारकर हत्या कर दी थी. मृतका पिंकी ठाकुर की शादी करीब 15 साल पहले मलूकपुरा अंबाह जिला मुरैना मध्य प्रदेश में हुई थी. करीब 7 साल पहले वह अपनी एक बेटी और बेटे को पति के पास छोड़कर अपने गांव के ही दूसरी जाति के युवक के साथ चली गई थी. प्रेमी के पिता की हत्या के बाद पिंकी ठाकुर अपने घर वापस आ गई. उधर इस हत्या में घनश्याम सिंह भी गिरफ्तार होकर जेल चला गया, जो सात वर्ष जेल में रहने के बाद जमानत पर छूटकर एक माह पहले ही बाहर आया था. घनश्याम सिंह को इस बात का गुस्सा था कि पिंकी की वजह से उसकी पूरी जिन्दगी व घर बर्बाद हो गया. इस वजह से आरोपी ने बहन की हत्या कर दी.