राजस्थान में तस्करों के साथ सांठगांठ के आरोप में DSP सस्पेंड, ऐसे खुल गया पूरा राज! जानें

Rajasthan Crime News: तस्करों के साथ सांठगांठ के आरोप लगने के बाद राजस्थान पुलिस के एडीजी ने बाड़मेर जिले के बायतु डीएसपी को निलंबित कर दिया है. उनके साथ बायतु थाने के एक कांस्टेबल को भी निलंबित किया गया है. वहीं डीएसपी के खिलाफ विभागीय जांच भी अब शुरू हो गई है. दरअसल प्रतापगढ़ में […]

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Rajasthan Crime News: तस्करों के साथ सांठगांठ के आरोप लगने के बाद राजस्थान पुलिस के एडीजी ने बाड़मेर जिले के बायतु डीएसपी को निलंबित कर दिया है. उनके साथ बायतु थाने के एक कांस्टेबल को भी निलंबित किया गया है. वहीं डीएसपी के खिलाफ विभागीय जांच भी अब शुरू हो गई है. दरअसल प्रतापगढ़ में पुलिस और तस्करों के बीच हुई फायरिंग में कुछ तस्कर भाग गए थे जिसके बाद पुलिस पर तस्करों के साथ सांठगांठ के आरोप लगे थे.

कुछ दिन पहले ही तस्करों और कांग्रेस के प्रधान के बेटे पर कार्रवाई करने के मामले में थानेदार का विशेष आर्डर से तबादला हो गया था. दरअसल, बायतु के थानेदार ओमप्रकाश ने तस्करों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए गाड़ी रोकने की कोशिश की थी. इसी दौरान तस्करों ने थानेदार और पुलिस पर फायर कर दिया था. इसी को लेकर थानेदार की ओर से कांग्रेस के प्रधान के बेटे समेत अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया था. जैसे ही आईजी ऑफिस से थानेदार के ट्रांसफर का आदेश निकला तो बीजेपी और RLP के नेता और कार्यकर्ता सड़कों पर उतर गए.

ये है पूरा मामला
दरअसल, प्रतापगढ़ जिले के छोटी सादड़ी इलाके में दो दिन पहले ही स्कॉर्पियो में बड़ी मात्रा में अफीम और डोडा चूरा लेकर जा रहे तस्करों और पुलिस में मुठभेड़ हुई थी. इसमें 2 तस्कर गिरधारी राम निवासी बायतु और उसके साथी रमेश निवासी लूणी (जोधपुर) के पैर में गोली लगी तो पुलिस ने दोनों तस्करों को दबोच लिया. लेकिन तस्करों के अन्य साथी रात होने के कारण अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए. तस्करों से पूछताछ और साक्ष्यों में सामने आया है कि बाड़मेर जिले के बायतु डीएसपी जग्गुराम व कांस्टेबल नेनूराम की तस्करों के साथ मिलीभगत है. इस पर एडीजी ने दोनों को निलंबित कर दिया है.

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डीएसपी और तस्करों की सांठगांठ ऐसे हुई उजागर
विजिलेंस की जांच में यह बात सामने आई है कि जब तस्करों को पकड़ा गया, उस समय बायतु डीएसपी जग्गूराम पूनिया की ओर से तस्करों को छोड़ने का दबाव प्रतापगढ़ पुलिस पर बनाया गया. उसके बाद इस पूरे मामले की जांच विजिलेंस की टीम ने की है. प्रथमदृष्टया यह बात सामने आई है कि तस्करों और डीएसपी के व्हाट्सऐप की लंबी चैटिंग हो रखी है. उसी आधार पर डीएसपी का निलंबन कर उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू की गई है.

ढाई साल से बायतु में डीएसपी का जिम्मा संभाल रहे थे जग्गूराम
बायतु में डीएसपी कार्यालय की घोषणा के बाद लंबे समय तक यह पद रिक्त पड़ा रहा था. पहले डीएसपी के रूप में जग्गूराम पुनिया ने जून 2020 को पदभार ग्रहण किया था. उसके बाद से ही लगातार जग्गूराम पूनिया यहीं पर डटे हुए थे और उनका कहीं पर भी तबादला नहीं हुआ था.

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