केंद्रीय मंत्री शेखावत, बेनीवाल और रविंद्र भाटी का क्या होगा भविष्य? फलोदी सट्टा बाजार का यह दावा जानकर रह जाएंगे हैरान!

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लोकसभा चुनाव के पहले चरण का नामांकन हो चुका है. देशभर में बीजेपी 400 सीटें पार का दावा कर रही है. इस बीच देश के सबसे बड़े सट्टा बाजार ने बीजेपी की जीत का दावा कर दिया है. फलोदी सट्टा बाजार (Phalodi Satta Bazar) का दावा है कि इस बार बीजेपी को 330 से 333 सीटें मिल सकती है. जबकि कांग्रेस को 41 से 43 सीट आने की संभावना है. राजस्थान (Rajasthan) की बात करें तो सटोरियों का दावा है कि बीजेपी इस बार सभी 25 सीटें नहीं जीत पाएगी यानी मिशन-25 की हैट्रिक से चूक जाएगी.

इसकी वजह यह है कि प्रदेश की कई सीटों पर मुकाबला काफी कड़ा हो गया है. इसी कड़े मुकाबले के चलते प्रदेश के कई दिग्गजों की सीट फंस सकती है. जबकि कई उम्मीदवारों के लिए यह चुनाव ऐतिहासिक साबित हो सकता है.

 

 

रविंद्र सिंह भाटी इतिहास दोहराने की तैयारी में?

चौंकाने वाला दावा रविंद्र सिंह भाटी को लेकर हैं. जिन्होंने विधानसभा चुनाव में बीजेपी से बगावत कर निर्दलीय बतौर सीट जीत ली. अब एक बार फिर ऐसा ही करिश्मा करने की तैयारी में हैं. सट्टा बाजार ने भी उनकी जीतने की संभावना जाहिर कर दी है. ऐसे में बीजेपी से प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी के लिए यहां कड़ा मुकाबला होगा. बाड़मेर- जैसलमेर लोकसभा सीट पर रविंद्र सिंह भाटी (निर्दलीय विधायक शिव) के जीत की संभावना जताई जा रही है. उन्होंने 30 मार्च को 2 नामांकन भरे हैं. भाटी ने कहा कि मुहूर्त के तौर पर 30 मार्च को 4 अप्रैल को विशाल सभा के साथ 2 नामांकन दाखिल करूंगा. 

केंद्रीय मंत्री के लिए मुश्किल!

इसी तरह जोधपुर से भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के लिए भी मुश्किल है. हालांकि कड़े मुकाबले के चलते यह सीट फंस गई है, बावजूद इसके उनके जीत की संभावना भी जाहिर की गई है. लेकिन इसके लिए शेखावत को जोर लगाना पड़ सकता है. जबकि जालौर-सिरोही लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत को टिकट दिया गया है. जिसके चलते इस सीट पर भी सभी की निगाहें हैं. लेकिन सटोरियों ने ऐसा दावा कर दिया है जिससे वैभव गहलोत की चिंताए बढ़ना लाजमी है. यहां बीजेपी की स्थिति मजबूत होती दिख रही है. लुंबाराम चौधरी को मोदी के नाम पर पड़ने वाले वोटों से फायदा बताया जा रहा है.  

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हनुमान बेनीवाल और ज्योति मिर्धा तीसरी बार आमने-सामने

इधर, कांग्रेस और आरएलपी के बीच गठबंधन हो चुका है. ऐसा कहा जा रहा है कि खुद अशोक गहलोत ने सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल से गठबंधन की चर्चा की थी. जिसके बाद उन्होंने इसके लिए आलाकमान को भी राजी किया है. बीजेपी प्रत्याशी डॉ. ज्योति मिर्धा का मुकाबला हनुमान बेनीवाल से होगा. दोनों ही नेता तीसरी बार आमने-सामने होंगे और यहां मुकाबला कड़ा होने के पूरे आसार है. इस बीच फलोदी सट्टा बाजार ने भी दावा कर दिया है. सटोरियों के मुताबिक इस सीट पर आरएलपी सुप्रीमो के लिए जीत हासिल करना मुश्किल होगा.


 

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