जयपुर: रेलवे ने किया अनोखा काम, ट्रेन में गुम हुआ खिलौना बच्चे के घर जाकर लौटाया

ट्रेन में सफर करते हुए अक्सर आपका सामान आपसे छूट जाता होगा या फिर कहीं चोरी हो जाता होगा. पर कभी आपने सुना है कि किसी की छोटी वस्तु के ट्रेन में खो जाने पर रेलवे ने उसे घर जाकर लौटाया हो. ऐसा ही हुआ है जयपुर में. ट्रेन में एक बच्चे का खिलौना खो […]

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ट्रेन में सफर करते हुए अक्सर आपका सामान आपसे छूट जाता होगा या फिर कहीं चोरी हो जाता होगा. पर कभी आपने सुना है कि किसी की छोटी वस्तु के ट्रेन में खो जाने पर रेलवे ने उसे घर जाकर लौटाया हो. ऐसा ही हुआ है जयपुर में. ट्रेन में एक बच्चे का खिलौना खो जाने पर रेलवे अधिकारी खुद उसके घर गए और खिलौना देकर आए. रेलवे के इस पहल की हर कोई उनकी तारीफ कर रहा है.

दरअसल बीते 4 जनवरी को भुसीन पटनायक नाम के एक यात्री ने रेलवे से मदद मांगी थी. जिसमें उन्होंने बताया था कि सिकंदराबाद-अगरतला स्पेशल ट्रेन नंबर 07030 के कोच नंबर बी-2, सीट नंबर-10 पर यात्रा कर रहे सहयात्री के बच्चे का खिलौना ट्रेन में छूट गया. भुसीन पटनायक की ये मदद जयपुर स्थित उत्तर-पश्चिम रेल मुख्यालय में दर्ज हुई थी. यहीं से इसपर काम होना शुरू हुआ.

यात्रा के दौरान बच्चे को अपने खिलौने से बहुत लगाव था और वह पूरे रास्ते में अपने उस खिलौने के खो जाने पर रोता रहा. इसके बाद रेलवे ने ट्रेन की लोकेशन ज्ञात कर अगले स्टेशन न्यू जलपाईगुड़ी पर अटेंड कर खिलौना बरामद भी कर लिया, लेकिन जिस बच्चे का खिलौना खोया था उसके किसी भी साथी यात्रियों का नाम और नंबर रेलवे के पास नहीं था.

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रेलवे ने ऐसे खोज निकाला बच्चे को
ऐसे में उत्तर पश्चिम रेलवे ने सिकंदराबाद में रिजर्वेशन काउंटर से जो टिकट खरीदा गया था उसकी रिजर्वेशन स्लिप की पहचान की गई. उस स्लिप से फोन नंबर और अन्य जानकारी प्राप्त की गई. यात्रियों के नाम रिजर्वेशन चार्ट से कन्फर्म किए गए तो पता चला कि मोहित रजा और नसरीन बेगम के नाम से टिकट बुक थे. उनका पता उत्तर दिनाजपुर के गांव काजी से अंकित था, जो कि अलुआबारी रेलवे स्टेशन से 20 किलोमीटर दूरी पर स्थित है.

खिलौना पाकर बच्चा हुआ खुश
रेलवे टीम ने बाकायदा उसे पते पर जाकर बच्चे का खिलौना लौटाया. वहीं बच्चे के पिता मोहित रजा ने कहा कि उनके 19 महीने के बच्चे का यह बहुत पसंदीदा खिलौना था, जो की ट्रेन में भूल गया था. तब उन्हें लगा कि कोई भी व्यक्ति सिर्फ एक खिलौने के लिए प्रयास नहीं करेगा. इसलिए उन्होंने रेलवे से कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई थी. बच्चे के पिता ने खिलौना लौटाने के लिए रेल मंत्री को धन्यवाद दिया. रेलवे की इस पहल पर हर कोई उत्तर पश्चिम रेलवे की तारीफ कर रहा है.

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