करौली: 3 दिन धूप खिलने के बाद आज छाया घना कोहरा, ट्रेन भी 4 से 5 घंटे देरी से पहुंच रही
Karauli: करौली जिले में लगातार कोहरे और शीतलहर के कारण लोगों का जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है. बीते 3 दिन की धूप के बाद गुरुवार को एक बार फिर संपूर्ण जिले में कोहरे ने दस्तक दी है. हाईवे पर बनी सड़कों पर वाहन चालक हेडलाइट जलाकर धीरे-धीरे गंतव्य स्थान पर जा रहे हैं. […]

Karauli: करौली जिले में लगातार कोहरे और शीतलहर के कारण लोगों का जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है. बीते 3 दिन की धूप के बाद गुरुवार को एक बार फिर संपूर्ण जिले में कोहरे ने दस्तक दी है. हाईवे पर बनी सड़कों पर वाहन चालक हेडलाइट जलाकर धीरे-धीरे गंतव्य स्थान पर जा रहे हैं. कोहरे के कारण सुबह की दिनचर्या शुरू करने वाले सब्जी विक्रेता दूध सप्लाई करने वाले और मजदूर आदि के लिए काफी कठिनाई हो रही है. लोगों का जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त है.
किसान भी कोहरे से एक तरफ खुश नजर आ रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ उनके माथे पर चिंता की लकीरे भी हैं. सरसों की फसल अधिकांश क्षेत्र में पकने पर हैं. कोहरा सरसों की पकी फसल पर काफी नुकसान पहुंचाता है, जिसे लेकर किसान चिंतित हैं. कोहरे के कारण दिल्ली-मुंबई ट्रैक पर हिंडौन सिटी में 4 से 5 घंटे देरी से ट्रेने पहुंच रही हैं, जिससे रेल से सफर करने वाले यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है. वह गंतव्य स्थान पर समय पर नहीं पहुंच पा रहे हैं.
इसी प्रकार सड़क परिवहन को भी कोहरे ने पूरी तरह पिछले एक पखवाड़े से प्रभावित किया हुआ है. खनन मजदूर खानों पर काम करने नहीं जा रहे हैं. परिवार के पालन पोषण करने वाले मजदूरों पर खासा प्रभाव कोहरे ने डाला हुआ है. कोहरे के चलते लोगों की दिनचर्या पूरी तरह प्रभावित होने से इनके घरों का आर्थिक संचालन भी मुश्किल से कट रहा है, जिसे लेकर यह लोग चिंतित हैं. पिछले 3 दिनों से जिले में कुछ स्थानों को छोड़कर सभी जगह से कोहरा छठ गया था. दिन में तेज धूप पड़ने लग गई थी लेकिन आज देर रात से ही कोहरे ने पूरी तरह एक बार दस्तक दी है. शीत लहर भी चल रही है, जिससे आमजन पूरी तरह प्रभावित है.
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सायपुर के रहने वाले किसान रविकांत का कहना है कि करौली जिले में आज फिर जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. कोहरा फिर से आ गया है. कोहरे से सभी किसान परेशान हैं, बिजली आ नहीं रही है और आने जाने में बाधा हो रही है. किसान लोग अपनी फसल की रखवाली को लेकर परेशान हैं. रखवाली नहीं कर पाते अधिक ठंड और शीतलहर के कारण आवारा पशुओं का ज्यादा खेतों तक आवागमन होने के कारण काफी परेशानी आ रही है.