हंगामे के चलते 2 अगस्त तक सदन स्थगित, लाल डायरी लहराने की गुढ़ा को मिल गई बड़ी सजा!

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गहलोत पर बरसे राजेंद्र गुढ़ा, बोले- पैरों में पट्टी बांधकर बैठे हैं सीएम, किसी काबिल को गृह विभाग देते तो नहीं होता ऐसा
गहलोत पर बरसे राजेंद्र गुढ़ा, बोले- पैरों में पट्टी बांधकर बैठे हैं सीएम, किसी काबिल को गृह विभाग देते तो नहीं होता ऐसा
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Lal Diary Issue in Rajasthan: राजेंद्र गुढ़ा बर्खास्तगी के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जमकर बरस रहे हैं. 24 जुलाई यानी आज वहीं हुआ, जिसके कयास शनिवार के बाद से लगाए जा रहे थे. जब गुढ़ा लाल डायरी लेकर सदन पहुंचे तो जमकर हंगामा हुआ. स्पीकर सीपी जोशी के सामने लाल डायरी लहराने लगे तो उन्हें सदन से बाहर निकाल दिया गया. जिसके बाद कार्यावही स्थगित हो गई. वहीं, राजेंद्र गुढ़ा को विधानसभा की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया है. यानी वह अंतिम सत्र के दौरान सदन में मौजूद नहीं रहेंगे.

जब दोपहर दो बजे विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो इस पूरे घटनाक्रम को लेकर विपक्ष ने फिर हंगामा कर दिया. बीजेपी विधायक वेल में आ गए और लाल डायरी लहराने लगे. थोड़ी देर तक हंगामे के बीच विधानसभा की कार्यवाही जारी रही.

लगातार शोर-शराबा होने के चलते कार्यवाही को एक घंटे के लिए दोबारा रोक दिया गया. विधानसभा शुरू होते ही फिर हंगामा हुआ और बीजेपी वेल में लाल डायरी लेकर लहरा रही थी. जिसके बाद बीजेपी विधायक मदन दिलावर को भी विधानसभा से निलम्बित किया गया. साथ ही 2 अगस्त तक विधानसभा स्थगित कर दी गई है. 

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वहीं, प्रेस कांफ्रेस कर केंद्रीय गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से सवाल किए. उन्होंने कहा कि आज राजस्थान विधानसभा में सवाल पूछे गए अशोक गहलोत से लाल डायरी में क्या है? 2020 में कई विधायक दिल्ली आ गए थे. गहलोत के ख़ास नेता के ऊपर रेड हुई थी. इनके यहां से एक लाल डायरी मिली थी. शेखावत ने दावा किया कि इस डायरी के लिए कहते हैं कि गहलोत जी के कई राज छुपे हैं. उस लाल डायरी में 500 करोड़ रूपए का हिसाब था.

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