बाड़मेर: ओसियां हत्याकांड पर छलका मंत्री हेमाराम चौधरी का दर्द, बोले- ऊंचे घर के नहीं देनी चाहिए बेटी

Dinesh Bohra

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बाड़मेर: ओसियां हत्याकांड पर छलका मंत्री हेमाराम चौधरी का दर्द, बोले- ऊंचे घर के नहीं देनी चाहिए बेटी
बाड़मेर: ओसियां हत्याकांड पर छलका मंत्री हेमाराम चौधरी का दर्द, बोले- ऊंचे घर के नहीं देनी चाहिए बेटी
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Rajasthan News: कैबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी (Hemaram Chaudhary) अपनी सादगी के लिए माने जाते हैं, बीते कुछ समय से उनके बयान अक्सर चर्चाओं में बने रहते हैं. रविवार को कैबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी का ओसियां में हुए हत्याकांड को लेकर आया है. कैबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी ने ओसियां के हत्याकांड पर गहरा दुख जताया है.इस दौरान मंत्री हेमाराम ने कहा कि पिता को ऊंचे घर के बेटी नहीं देनी चाहिए

दरसअल, कैबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी बाड़मेर जिले के शिव उपखंड मुख्यालय में एक सामाजिक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान मंत्री ने कहा कि हमारा समाज किस दिशा में जा रहा है. लोग सुसाइड कर रहे हैं. परिवार का सदस्य ही परिवार के 4 सदस्यों की हत्या कर रहा हैं आखिर ये हो क्या रहा है?

इंसान में होनी चाहिए संतुष्टि 

मंत्री हेमाराम ने कहा कि आज की सोच और पुराने टाइम की सोच में कितना अंतर आ गया है. पुराने टाइम में लोग एक दूसरे की मदद करते थे लेकिन, आज कोई किसी की मदद करता है क्या? आज अगर किसी के पास ज्यादा है तो लोगों को तकलीफ क्यों होती है? इसके पास ज्यादा क्यों है, ऐसा नहीं होना चाहिए. प्रेम होना चाहिए, भाईचारा होना चाहिए. मंत्री हेमाराम ने कहा कि जितना इंसान के पास हो उसी में संतुष्टि होनी चाहिए. लोगों के बारे में सोचकर लोग टेंशन में आते हैं और सुसाइड कर लेते हैं.

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ऊंचे घर के नहीं देनी चाहिए बेटी

मंत्री हेमाराम यहीं नहीं रुके. समाज के लोगों को संबोधित करते हुए मंत्री हेमाराम ने कहा कि अक्सर लोग बेटियों के रिश्ते के लिए अच्छे पैसे वाले और ऊंचा खानदान ढूंढते हैं. यह उनकी गलफहमी है. हमेशा बेटी के लिए अपनी बराबरी या उससे नीचे का खानदान ढूंढना चाहिए. ताकि, बेटी और उसका परिवार खुश रहे.

लोग पीड़ा लेकर आते है हमारे पास

मंत्री हेमाराम ने कहा कि पानी, बिजली, सड़क या मूलभूत सुविधाओं को पूरा करवाने के लिए सरकार के विधायक और मंत्री हैं. लेकिन, अक्सर लोग यह पीड़ा लेकर हमारे पास आते हैं कि हमारा दामाद बेटी को खुश नहीं रखता. एक बेटी दामाद या उसके परिवार के झगड़ा चल रहा है. मंत्री ने कहा कि अधिकतर ऐसे मामले लेकर लोग हमारे पास आते हैं. लेकिन, इन मामलों में मंत्री या विधायक क्या कर सकता है. इसलिए रिश्ता हमेशा अपनी बराबरी का ढूंढना चाहिए. मंत्री ने कहा कि बहुत दुःख होता है एक बाप को. जब उसकी बेटी दुखी हो. समाज को इस विषय पर सोचना चाहिए. साथ ही मंत्री हेमाराम ने समाज को नशावृति से दूर रहने का भी संदेश दिया.

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