वोटिंग के 5 दिन बाद वीडियो वायरल और खुल गई पोल! जानें बाड़मेर-जैसलमेर के बूथ पर फर्जी मतदान की INSIDE STORY
बाड़मेर-जैसलमेर सीट के एक बूथ पर फिर से मतदान जारी है. संसदीय क्षेत्र के दुधवा खुर्द गांव में बूथ-50 पर गड़बड़ी के बाद पुनर्मतदान हो रहा है. इस सीट के लिए मतदान आज सुबह 7 बजे से शुरू हुआ.
ADVERTISEMENT
बाड़मेर-जैसलमेर सीट के एक बूथ पर फिर से मतदान जारी है. संसदीय क्षेत्र के दुधवा खुर्द गांव में बूथ-50 पर गड़बड़ी के बाद पुनर्मतदान हो रहा है. इस सीट के लिए मतदान आज सुबह 7 बजे से शुरू हुआ. यहां कुल 1294 मतदाता रजिस्टर्ड हैं. बता दें कि बाड़मेर (Barmer Lok Sabha seat) सीट देश की हॉट सीट है. जहां कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेदाराम बेनीवाल, बीजेपी सांसद कैलाश चौधरी और निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी मैदान में हैं. लेकिन बूथ-50 पर गड़बड़ी के बाद फिर से मतदान हो रहा है. सिर्फ मतदान ही नहीं, बल्कि चुनाव आयोग ने पोलिंग पार्टी के पीठासीन अधिकारी, पीओ 1, पीओ 2 और पीओ 3 समेत पोलिंग पार्टी के चारों सदस्यों को तत्काल संस्पेंड भी कर दिया गया.
चुनाव आयोग ने पीठासीन अधिकारी दुर्गाराम (राउमावि मेहलू), मतदान अधिकारी प्रथम भंवरलाल पारंगी ( टीचर राउप्रावि सुखोणी डूडियों की ढाणी, सिणधरी), मतदान अधिकारी द्वितीय कमलेश कुमार (टीचर- महात्मा गांधी रावि अंग्रेजी माध्यम राजबेरी खारापारा गिड़ा), मतदान अधिकारी तृतीय भैराराम (कनिष्ठ सहायक पंचायत समिति पाटौदी) को सस्पेंड कर दिया. दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.
अब बड़ा सवाल यह है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि यहां फिर से मतदान करवाना पड़ा? हम बता रहे हैं दुधवा खुर्द गांव में बूथ-50 पर गड़बड़ी का पूरा मामला.
दरअसल, बीते लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 26 अप्रैल को बाड़मेर-जैसलमेर समेत 13 सीटों पर वोटिंग हुई. लेकिन इसी दौरान दूधवा खुर्द के बूथ 50 पर 86.55% वोटिंग हुई थी. बाद में इस बूथ पर फर्जी मतदान के आरोप लगने लगे. इस संबंध में कुछ वीडियो भी सामने आए और कुछ सोशल मीडिया पर वायरल हुए. बताया गया कि मतदाताओं को मताधिकार से वंचित कर दिया गया और उनके वोट वहां मौजूद 2-3 लोगों ने जबरदस्ती डाल दिए.
ADVERTISEMENT
यह भी पढ़ें...
पीड़ित ने दी मारपीट की रिपोर्ट
इस संबंध में ताऊराम पुत्र डूंगराराम ने कलेक्टर और एसपी को रिपोर्ट भी दी है कि उसे मतदान से वंचित रखा गया और मारपीट की गई. चौहटन पुलिस थाना में यह मामला भी दर्ज हुआ. जिसके मुताबिक सुबह 10.26 बजे से लेकर 5.30 बजे तक 2-3 व्यक्ति अंदर मौजूद थे. ये लोग वहां मतदान के लिए आने वाले लोग जब ईवीएम तक पहुंच रहे थे तो उससे पहले ही जाकर बटन दबा रहे थे. कई मतदाताओं को मतदान पर्ची की जांच और उसके बाद अंगुली पर स्याही लगाने के बाद रवाना किया जा रहा था. इसका सीसीटीवी फुटेज करीब 5 दिन बाद यानी 1 मई को कुछ लोगों तक पहुंच गया.
वीडियो वायरल हुआ तो जागा प्रशासन
दैनिक भास्कर की खबर के मुताबिक जैसी ही यह वीडियो और फोटो सामने आए तो गोपनीयता भंग होने के चलते चुनाव आयोग ने दोबारा मतदान के लिए आदेश दे दिए हैं. जिला कलेक्टर निशांत जैन ने बताया कि बूथ पर झड़प और वोटर की गोपनीयता भंग हुई है. शिकायत पर कमेटी बनाकर जांच करवाई गई.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT