लोकसभा चुनाव से पहले मालवीया के बीजेपी में जाने की तैयारी! वागड़-मेवाड़ में कांग्रेस को बड़ा झटका?
कांग्रेस के लोकसभा सीट को लेकर यहां आसार बढ़ते नजर आ रहे हैं. ऐसे में महेंद्रजीत मालवीया के बीजेपी ज्वॉइन करने का बड़ा नुकसान कांग्रेस को हो सकता है.
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Will Mahendrajeet singh malviya Join bjp? लोकसभा चुनाव से पहले कई राज्यों में कांग्रेस के नेता पार्टी छोड़ रहे हैं. अब पार्टी को राजस्थान में भी बड़ा झटका लगने वाला है. कांग्रेस के CWC मेंबर और राजस्थान के कद्दावर आदिवासी नेता महेंद्रजीत मालवीया आज बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. बांसवाड़ा के बागीदौरा से मौजूदा विधायक के आज दिल्ली में बीजेपी की सदस्यता लेने की संभावना है. ऐसा हुआ तो यह पार्टी के लिए बड़ा झटका होगा.
क्योंकि बीटीपी के बढ़ते प्रभाव के बीच बीजेपी को कड़ी टक्कर मिल रही है. वहीं, कांग्रेस के लोकसभा सीट को लेकर यहां आसार बढ़ते नजर आ रहे हैं. ऐसे में मालवीय के बीजेपी ज्वॉइन करने का बड़ा नुकसान कांग्रेस को हो सकता है. अटकलें तो यहां तक लगाई जा रही है कि मालवीया बीजेपी से चुनाव लड़ सकते हैं.
गहलोत सरकार में रहे थे कैबिनेट मंत्री
बता दें कि मालवीया पहले भी यहां से कांग्रेस सांसद रह चुके हैं. साल 2018 में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद पूर्ववर्ती गहलोत सरकार में मालवीया को कैबिनेट में वाटर रिसोर्सेज और सिंचाई विभाग दिया गया. वहीं, हाल के चुनाव में भले ही बीजेपी ने प्रदेश में बहुमत हासिल किया हो, लेकिन बांसवाड़ा जिले की 5 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस के खाते में 4 और बीजेपी के खाते में महज एक सीट आई. जिसके बाद इसका श्रेय मालवीया को ही दिया गया.
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सूत्रों की माने तो मालवीया ने 15 फरवरी गुरुवार देर शाम को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात भी की. इसके बाद कयास लगाे जा रहे हैं कि अगले एक या दो दिन में भाजपा की राष्ट्रीय कार्य समिति के समक्ष पार्टी ज्वॉइन कर सकते हैं.
बीजेपी के लिए क्यों अहम है मालवीया?
बड़ा सवाल यह है कि बीजेपी के लिए मालवीया को क्या फायदा होगा? दरअसल, बीजेपी में मालवीया के आने से लोकसभा चुनाव ही नहीं, बल्कि इसी साल होने वाले पंचायतीराज चुनाव में भी इसका लाभ मिलेगा. बीते ढाई दशक से भाजपा जिला प्रमुख नहीं बना पाई है. मालविया की मुख्यमंत्री से मुलाकात, नेता प्रतिपक्ष नहीं बनाने जैसी बातों ने मालवा और गुजरात से सटे इस लोकसभा क्षेत्र में इन सवालों और चर्चाओं को हवा दे दी है कि क्या वे पार्टी बदल रहे हैं? यदि ऐसा हुआ तो यह हरिदेव जोशी के मुख्यमंत्री बनने की भांति ही वागड़ की राजनीति का सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट होगा.
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