सीएम बनने का ख्बाब टूटा तो इमोशनल हुई थीं वसुंधरा! हाईकमान के एक कॉल के बाद बदल गए तेवर?
Bhajan Lal Sharma CM Oath Ceremony: राजस्थान में बीते ढाई दशक की एक परंपरा अब टूट गई है. कभी अशोक गहलोत तो कभी वसुंधरा राजे के मुख्यमंत्री बनने के रिवाज पर प्रदेश के नए सीएम भजनलाल शर्मा ने ब्रेक लगा दिया है. उनके नाम के बाद बीजेपी के भीतर ही नहीं, राज्य में भी सियासी […]
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Bhajan Lal Sharma CM Oath Ceremony: राजस्थान में बीते ढाई दशक की एक परंपरा अब टूट गई है. कभी अशोक गहलोत तो कभी वसुंधरा राजे के मुख्यमंत्री बनने के रिवाज पर प्रदेश के नए सीएम भजनलाल शर्मा ने ब्रेक लगा दिया है. उनके नाम के बाद बीजेपी के भीतर ही नहीं, राज्य में भी सियासी पारा बढ़ गया है. हलचल इसलिए क्योंकि पार्टी के संगठन से जुड़े भजनलाल ने पहली बार विधानसभा चुनाव जीता था. ऐसे में विधायक बनने के बाद सीधे ही उन्हें सीएम बनाकर पार्टी ने बड़ा मैसेज दिया है. कहा यह भी जा रहा है कि पार्टी ने पुराने कद्दावर चेहरों के बीच एक आम कार्यकर्ता की ताजपोशी से संदेश दिया है. इसे दूसरे अंदाज में कहे तो बीजेपी ने एक पूरी एक पीढ़ी बदल दी है. हालांकि यह प्रयोग राजस्थान के साथ-साथ मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी किया गया है.
इन सबके बीच पार्टी के लिए बड़ी चुनौती है. अगली चुनौती 4-5 महीने में होने वाला लोकसभा चुनाव है. जिसमें राजस्थान की नई सरकार की अग्निपरीक्षा होगी. सोशल इंजीनियरिंग और एकजुटता की यह कोशिश पार्टी की कितनी कारगर होगी? इसका जवाब भी तभी मिलेगा.
सियासी एकजुटता का संदेश
लेकिन इससे पहले ही पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है. जिसकी शुरुआत भजनलाल शर्मा के मुख्यमंत्री का पद संभालने के मौके पर हुई. जब सियासी एकता दिखाने के लिए की रणनीति अपनाई गई है. सीएमओ में भजनलाल शर्मा के चार्ज संभालने के मौके पर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे से लेकर राजस्थान के सभी केंद्रीय मंत्री, वरिष्ठ नेताओं को जमावड़े के पीछे सियासी एकता दिखाने का मैसेज दिया गया है. नए मुख्यमंत्री के चार्ज संभालने के माैके पर पहली बार इस तरह का जमावड़ा देखा गया.
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पार्टी सूत्रों के अनुसार हाईकमान के आदेश पर ही सभी नेता भजनलाल के चार्ज संभालने के मौके पर जुटे थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीजेपी हाईकमान ने वरिष्ठ नेताओं को फोन करके निर्देश दिए थे. ऐसा इसलिए क्योंकि कई दिग्गजों की दावेदारी के बीच सीएम चुनने के फैसले के बाद पार्टी के भीतर चिंता भी है. जिसके चलते पार्टी को प्रदेश में एकता का मैसेज देने के लिहाज से ऐसा करना जरूरी था.
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भजनलाल के सिर पर वसुंधरा राजे ने रखा हाथ
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सीएम भजनलाल शर्मा के सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया, उसके भी मायने निकाले जा रहे हैं. खास बात यह है कि विधायक दल की बैठक में भी वसुंधरा राजे ने ही भजनलाल के नाम का प्रस्ताव रखा था. उसके बाद उनके हाव-भाव बेहद चौंकाने वाले भी थे. उनके इमोशनल होने और बॉडी लैंग्वेज में बड़े बदलाव को लेकर कई तरह के कयास भी लग रहे थे. कयास इसलिए भी क्योंकि वसुंधरा राजे के आवास पर चुनाव नतीजे आने के बाद से ही विधायकों के जमावड़े की खबर थी.
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