बीजेपी नेता ज्ञानदेव आहूजा ने गहलोत को लेकर दिया आपत्तिजनक बयान, नूह हिंसा पर अपनी सरकार को घेरा

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"मुख्यमंत्री अपनी लंगोट को संभाले", बीजेपी नेता ज्ञानदेव आहूजा ने सीएम गहलोत को लेकर दिया अजीबोगरीब बयान
"मुख्यमंत्री अपनी लंगोट को संभाले", बीजेपी नेता ज्ञानदेव आहूजा ने सीएम गहलोत को लेकर दिया अजीबोगरीब बयान
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Rajasthan News: अपने बयानों के चलते हमेशा विवादों में रहने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता ज्ञानदेव आहूजा (Gyandev Ahuja) ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) को लेकर एक बार फिर से विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी लंगोट संभाले. उनके मंत्री लगातार बयानबाजी कर रहे हैं. तो कुछ मंत्रियों व सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा तक खोला. अशोक गहलोत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर बयान बाजी कर रहे हैं. उनको कांग्रेस पर ध्यान देना चाहिए. नूह की घटना को लेकर ज्ञानदेव आहूजा ने अपनी ही सरकार का फेलियर बताया. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का फेलियर रहा. इसलिए इतनी बड़ी घटना हुई. साथ ही उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में अकेली भाजपा 400 के पार होगी. तो प्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी.

छात्रों पर सरकार ने करवाया लाठी चार्ज

रामगढ़ के पूर्व विधायक ज्ञान देव आहूजा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने जयपुर में छात्रों पर डंडे बरसाए हैं. इस घटना में 17 लोग घायल हुए हैं. अब प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में छात्र संघ चुनाव नहीं होंगे. दरसअल प्रदेश सरकार को डर है कि छात्र संघ चुनाव में एबीवीपी की जीत होगी व एनएसयूआई की हार. इससे प्रदेश सरकार की बदनामी होगी. बीते चुनाव में जोधपुर से एनएसयूआई हार गई थी. उन्होंने कहा कि छात्र संघ चुनाव से युवाओं में नेतृत्व की क्षमता होती है. प्रदेश सरकार में कई मंत्री विधायक रहे हैं. जो छात्र राजनीति से निकले हैं.

अशोक गहलोत को लेकर कहीं बड़ी बात

ज्ञानदेव आहूजा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लेकर भी विवादित बयान दिए. उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की लंगोट ढीली है. उनके विधायक मंत्री अपनी ही सरकार के खिलाफ विवादित बयान देते हैं. भारत सिंह व सचिन पायलट सहित तमाम नेता मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ धरना दे चुके हैं. प्रदेश में उन नेताओं को प्रभारी बनाया जाता है. जो अपने क्षेत्र में पूरी तरह से फैल रहे हैं. फिर चाहे अजय माकन हो या हाल ही के प्रभारी हो. इनका पंजाब में कोई वजूद नहीं है और राजस्थान में इनको प्रभारी बनाया गया. अजय माकन दिल्ली में हार गए और राजस्थान में उनका प्रभारी बनाया गया. अशोक गहलोत ने उनकी बेइज्जती कर उनको प्रदेश से भेजा.

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कांग्रेस ने प्रदेश को लूटा

कांग्रेस की हालत खराब है. कांग्रेस प्रदेश को लूटने में लगी है. विधायक मंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं. खुलेआम जंगल राज में लूट मच रही है. अवैध खनन व जमीन पर कब्जे सहित कई ऐसे मामले आए. जिन्होंने सरकार को बदनाम किया. विधायकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई. तो अलवर में जमीनों पर कब्जा करने और अवैध खनन के सबसे ज्यादा मामले सामने आए.

भाजपा पर करती है जनता विश्वास

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपने विधायक व मंत्रियों पर ध्यान देना चाहिए. वो देश के प्रधानमंत्री के खिलाफ बयान बाजी कर रहे हैं. भाजपा वो पार्टी है. जिस पर प्रदेश की जनता ने विश्वास जताया है. इसलिए लगातार भाजपा की सरकार बन रही है. आगामी समय में भी भाजपा की सरकार बनेगी. आहूजा ने घोषणा करते हुए कहा कि आगामी चुनाव में अकेले भाजपा 400 सीटों पर जीतेगी. लोगों में देश के प्रधानमंत्री के प्रति विश्वास भावना है. कश्मीर से 370 हटाने की बात हुई व राम मंदिर का मुद्दा. प्रधानमंत्री ने जो कहा वो करके दिखाया है. देश आज कीर्तिमान स्थापित कर रहा है. नए कॉरिडोर बन रहे हैं, वंदे भारत जैसी ट्रेन चल रही है. देश में नए आविष्कार हो रही हैं. तो लगातार देश आत्मनिर्भर बन रहा है.

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मेवात की घटना सरकार का फेलियर

नूह की घटना को लेकर ज्ञान देव आहूजा ने कहा कि वहां प्रदेश सरकार का फेलियर रहा. इसलिए इतनी बड़ी घटना हुई. सरकार को समय रहते ध्यान रखना चाहिए था. हालांकि अब सरकार की तरफ से बेहतर कदम उठाए जा रहे हैं. जो कार्रवाई हुई उस लोगों में विश्वास करता है. तो आगे भी लगातार इस तरह की कार्रवाई का सिलसिला जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि राजस्थान का अलवर व भरतपुर मेवात क्षेत्र का हिस्सा है. लेकिन यहां हालात कंट्रोल में रखे गए. हालांकि नूह घटना के दौरान कुछ लोग मेवात में गए और घटना में शामिल हुए. उसकी जानकारी पुलिस को दी गई है और उन लोगों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होगी. उन्होंने मेवात के उपद्रवियों को आतंकवादी कहा. उन्होंने कहा कि वो मिनी पाकिस्तान है. वहां पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगते हैं. सरकारों को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है. अभी समय रहते भी नहीं समझे तो आगे पछताना पड़ेगा.

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बेहतर उम्मीदवार को दे टिकट

उन्होंने कहा कि रामगढ़ क्षेत्र में 36 उम्मीदवार चुनाव मैदान के लिए तैयारी कर रहे हैं. तो चुनाव तक उनकी संख्या बढ़कर 52 के पार हो जाएगी. उनमें से एक को टिकट मिलेगा. लेकिन पार्टी को ऐसे उम्मीदवार को टिकट देना चाहिए. जो मेवात पर कंट्रोल कर सके. क्योंकि मेवात के हालात खराब हैं. वहां जाति विशेष के लोग हमलावर रहते हैं. खुलेआम घटनाओं को अंजाम देते हैं.

कंटेंट: हिमांशु शर्मा

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